100 बेड की होगी।
घर-घर सर्वे अभियान
अब तक 2.25 लाख परिवारों का किया सर्वे
अजमेर, 30 अप्रैल। कोरोना मरीजों को समय पर ऑक्सीजन तथा अन्य उपचार सुनिश्चित करवाने के लिए जिला प्रशासन ने चन्द्रवरदाई में 100 बेड की क्षमता का कोविड डेडीकेटेड अस्पताल बनाने का निर्णय लिया है।
अजमेर विकास प्राधिकरण के आयुक्त एवं रेमेडिसीविर तथा ऑक्सीजन उपलब्धता के प्रभारी श्री अक्षय गोदारा ने बताया कि कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए समुचित उपचार सुनिश्चित करवाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। मरीजों की सुविधा के लिए चन्द्रवरदाई स्थित शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में 100 बेड क्षमता वाले कोविड डेडीकेटड अस्पताल के रूप में विकसित किया जाएगा। यहां सभी बेड ऑक्सीजन सुविधा युक्त होंगे। यह कार्य अजमेर विकास प्राधिकरण द्वारा पूर्ण करवाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि मरीजों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए पूर्व में भी राजकीय सैटेलाईट चिकित्सालय एवं पंचशील शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को डेडीकेटेड कोविड हॉस्पीटल के रूप में तैयार किया गया है। राजकीय सैटेलाईट चिकित्सालय में मरीजों का उपचार आरम्भ किया जा चुका है। पंचशील के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में 30 बेड मरीजों के लिए तैयार हो चुके हैं। शेष 70 बेड का कार्य प्रगतिरत है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में जेएलएन चिकित्सालय में कोविड मरीजों के लिए 24 घंटे उपचार की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। अतिरिक्त कोविड डेडीकेटेड हॉस्पीटल तैयार होने से जेएलएन चिकित्सालय पर मरीजों का भार कम होगा। इससे गंभीर कोविड मरीजों की देखभाल उत्तम तरीके से की जा सकेगी। नए कोविड डेडीकेटेड अस्पताल आरम्भ होने से जिले के मरीजों को अतिरिक्त ऑक्सीजनयुक्त बैड उपलब्ध हो पाएंगे।
घर-घर सर्वे अभियान
अब तक 2.25 लाख परिवारों का किया सर्वे
अजमेर, 30 अप्रैल। कोरोना के विरुद्ध संघर्ष के लिए चलाए जा रहे घर-घर सर्वे अभियान के अंतर्गत अब तक 2 लाख 24 हजार 381 से अधिक घरों का सर्वे किया जाकर बुखार, जुकाम एवं खांसी के लक्षणों वाले 8500 से अधिक व्यक्तियों का चिन्हीकरण कर मेडिकल किट उपलब्ध करवाए गए हैं।
जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि जिले में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए घर-घर सर्वे अभियान चलाया जा रहा है। जिले में अब तक 2 लाख 24 हजार 381 घरों का सर्वे किया जा चुका है। इस दौरान 8549 परिवारों के 11433 व्यक्तियों में जुकाम, बुखार एवं खांसी के लक्षण पाए गए। इन्हें दवाओं के 8319 किट वितरित किए गए। अजमेर शहरी क्षेत्र में शुक्रवार को 13732 घरों का सर्वे किया गया। यहां 528 घरों में 603 व्यक्ति बीमार पाए गए। बीमार व्यक्तियों को 534 मेडिकल किट उपलब्ध करवाए गए।
उन्होंने बताया कि शुक्रवार को उपखंड क्षेत्र पुष्कर में 2750 घरों का सर्वे करने पर 207 घरों में 218 व्यक्ति बीमार पाए गए। इन्हें 210 मेडिकल किट उपलब्ध करवाए गए। भिनाय में 6481 घरों के सर्वे में 103 परिवारों के 122 व्यक्तियों में बुखार, जुकाम एवं खांसी के लक्षण पाए गए। समस्त व्यक्तियों को मेडिकल किट दिए गए। रूपनगढ क्षेत्र में 3065 घरों का सर्वे हुआ। यहां 84 घरों में 107 मरीज पाए गए। इनमें से 72 व्यक्तियों को मेडिकल किट दिया गया। अरांई क्षेत्र में 3048 घरों का सर्वे किया गया। यहां 66 घरों में 70 व्यक्ति बीमार पाए गए। इन्हें 66 मेडिकल किट दिए गए। मसूदा उपखण्ड क्षेत्र में 7232 घरों का सर्वे करने पर 387 घरों में 468 व्यक्ति आइएलआइ लक्षणों वाले पाए गए। इन्हें 468 मेडिकल किट दिए गए।
उन्होंने बताया कि अब तक उपखण्ड क्षेत्र नसीराबाद में 18661 घरों का सर्वे हुआ। इनमें से 928 घरों में 1408 व्यक्ति बुखार, जुकाम एवं खांसी के लक्षणों वाले पाए गए। ब्यावर क्षेत्र में 16897 घरों के सर्वे में 844 परिवारों के 1012 व्यक्ति बीमार पाए गए। इनमें से 671 व्यक्ति को मौके पर ही मेडिकल किट दिया गया। केकड़ी क्षेत्र में 25890 घरों के सर्वे में 1908 व्यक्ति बीमार चिन्हित किए गए। इन्हें 1525 मेडिकल किट दिए गए। पीसांगन उपखण्ड क्षेत्र में 26876 घरों का सर्वे हुआ। सर्वे के दौरान 1037 व्यक्ति बीमार पाए गए। इन्हें मेडिकल उपलब्ध करवाया गया।
बैठकर सब्जी बेचने की नहीं होगी अनुमत
अजमेर, 30 अप्रैल। जिले में किसी स्थान पर मण्डी के रूप में बैठकर सब्जी बेचने की अनुमति नहीं होगी। अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री गजेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि रामगंज स्थित फल एवं सब्जी मण्डी में अधिकृत रूप से फल एवं सब्जी विक्रय की अनुमति प्रदान की गई है। नागरिकों को धर के नजदीक सब्जी और फल मिलना सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा सायं 5 बजे तक ठेले, टेम्पों एवं अन्य साधनों से सब्जी, फल बेचने की मंजूरी दी गई है। कोरोना के बढ़ते मामलों को नियंत्रित करने के लिए अजमेर शहर की रामगंज मण्डी के अलावा शहर में कहीं और सब्जी मण्डी के रूप में बैठकर सब्जी विक्रय करने की अनुमति नहीं होगी।