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“मुख्यमंत्री ने किसानों को खुशहाल एवं पशुपालकों को मालामाल करने की कहावत को चरितार्थ किया” “राजस्थान के यशस्वी मुख्यमंत्री ने पशुपालकों के लिये संवेदनशीलता दर्शाते हुये अपने बजट में विभिन्न योजनाओं में अनुदान एवं राहत देते हुये 4000 करोड़ रूपये की राशि आवंटित की है” इसके अन्तर्गत विद्यालयों में मिड-डे-मिल दूध योजना में छात्र-छात्राओं के 2 दिन के स्थान पर रोजना दूध उपलब्ध कराने की ऐतिहासिक घोषणा की है जिसमें 1100 करोड़ रूपये आवंटित किऐ है। इसके अतिरिक्त गौशालाओं एवं नंदीशालाओं में 9 माह के स्थान पर 12 माह अनुदान दिया जायेगा जिसमें 1100 करोड रूपये किए जाएंगे। पशुपालको के हितों को मदेनजर रखते हुये मुख्यमंत्री महोदय ने लम्बी बीमारी के दौरान दुधारू गाय के निधन पर 40 हजार रूपये देने की घोषणा की है। इस पर कुल व्यय 100 करोड़ रुपये की लागत आऐगी। एक अन्य घोषणा में प्रदेश के 50 हजार पशुपालको को अनुदानित दर पर चॉप कटर यंत्र उपलब्ध कराये जाएंगे। इस हेतु 35 करोड़ रूपये व्यय होंगे। पशुओं की चिकित्सा हेतु राज्य में एक बेटनरी विश्वविद्यालय की घोषणा की है एवं अन्य समस्त कृषि महाविद्यालयों में पशुपालन विभाग शामिल किया जाऐगा। प्रदेश के वर्तमान में कार्यरत अधिकाश उप पशु चिकित्सालय को पशु चिकित्सालय में एवं पशुचिकित्सालय को प्रथम श्रेणी पशुचिकित्सालय में क्रमोन्नत करने पर एवं पशु चिकित्सा के क्षेत्र में आने वाली समस्त दवाऐं निःशुल्क करने से इस महत्वपूर्ण मद पर करीबन 1000 करोड़ रूपये के व्यय होने की उम्मीद है। पशु मित्र योजना के अन्तर्गत पशुपालकों की ट्रेनिंग हेतु 5000 पशुपालक कार्मिक नियुक्त किये जाऐंगे जो पशुपालको को अपने-अपने क्षेत्र में पशुपालन की ट्रेनिंग देंगे। पशुओं को हरा चारा उपलब्ध कराने हेतु उन्नत किस्म के बीज निःशुल्क उपलब्ध कराये जायेंगे तथा जहाँ पानी की कमी है वहां फार्म पोण्ड बनाने हेतु एवं जिन पशुपालकों के कुएं में पानी है उन्हें निःशुल्क बिजली उपलब्ध कराई जाएंगी। इस मद में भारी राशि आवश्यकता अनुसार जारी की जाऐगी पशु बीमा हेतु प्रत्येक पशुपालक के 2 पशु अनुदान पर बीमित किये जाऐंगे ज्ञात रहे की अनुदान पर भारत सरकार ने पूर्व में पूरे राजस्थान के लिये 20,000 पशुओं का बीमित करने का लक्ष्य निर्धारित किया था मुख्यमंत्री ने इस सीमा को समाप्त करने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री महोदय ने मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक सम्बल योजना में 5 रुपये प्रति लीटर के अनुदान में कोई कटौती नहीं की है। इस मद में वर्ष भर में लगभग 1000/- करोड़ रूपये का अनुदान दिया जायेगा। कोरोना महामारी के दौरान जिन पशुपालकों के परिवार में माता पिता के निधन होने पर जो बच्चे अनाथ हुये हैं उन्हें सरकारी नौकरी देने का प्रावधान किया है। इसी प्रकार पशुपालको के घर एवं बाड़े पर 100 यूनिट तक बिजली मुफ्त दी जायेगी। उपरोक्त घोषणाओं के अतिरिक्त पशुपालको को खेत में फव्वारा सिंचाई हेतु एवं तारबंदी के लिये समुचित अनुदान की घोषणा की है। आर.सी.डी.एफ के माध्यम से राजस्थान में 5000 नये डेयरी बूथ एवं 200 सरस पार्लर स्थापित किये जायेंगे माननीय मुख्यमंत्री महोदय ने पशु नस्ल सुधार को महत्व देते हुये सेक्स सोटैंड सीमन योजना के अन्तर्गत 50 प्रतिशत अनुदान पर 500 रूपये में प्रत्येक पशुपालक को सीमन अनुदान पर देने का ऐलान किया है। प्रदेश में पशुआहार उत्पादन की कमी को मध्यनजर रखते हुये लाम्बिया, भीलवाड़ा एवं पाली में पशु आहार सयंत्र की क्षमता 150 मेट्रिक टन से 300 मेट्रिक टन प्रतिदिन करने की घोषणा की जिसमें 100 करोड़ रूपये खर्च किये जाएंगे।
Ramchandra Choudhary
Chairman
Ajmer Milk Union