निरक्षरों तक बुनियादी शिक्षा, संख्यात्मक ज्ञान सुनिश्चित पहुंचाएं-कलक्टर।
अजमेर 03 जनवरी। जिला कलक्टर श्री अंश दीप की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित नवभारत साक्षरता कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा के दौरान राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत चल रहे नवभारत साक्षरता कार्यक्रम में इस वर्ष जिले के 8 हजार 400 असाक्षरों को बुनियादी शिक्षा के साथ डिजिटल शिक्षा और क्रिटिकल जीवन कौशल से जोडा जाना है।
कार्यवाहक अतिरिक्त जिला कलक्टर द्वितीय देविका तोमर ने बताया कि नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत शत प्रतिशत असाक्षरों तक बुनियादी शिक्षा, साक्षरता संख्यात्मकता के साथ क्रिटिकल जीवन कौशल एवं व्यावसायिक कौशल विकास की जानकारी उपलब्ध करवाई जाएगी। 15 वर्ष अथवा इससे अधिक आयु वर्ग के असाक्षरों को डिजिटल शिक्षा प्रदान करना, बुनियादी साक्षरता जारी रखते हुए नवसाक्षरों को औपचारिक शिक्षा से जोडना, आय स्तर एवं जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए कौशल विकास को प्राथमिकता दी जाएगी।
उन्होने बताया कि इसके लिए वॉलेन्टियर टीचर्स का चिन्हीकरण किया जा रहा है। वॉलेन्टियर टीचर्स के लिए कक्षा 5 और उसके उपर के स्कूली छात्र, आंगनबाडी कार्यकर्ता,आशा सहयोगिनी, नेहरू युवा केन्द्र के सदस्य, एनएसएस और एनसीसी के छात्र, बीएड, एमएड, डीएलए आदि के छात्र, पीआरआई सदस्य, सरकारी स्कूलों के शिक्षक, निजी स्कूलों के शिक्षक, भूतपूर्व सैनिक आदि का चयन किया जाए। इस दौरान उन्होने असाक्षरों एवं वॉलेन्टियर टीचर के चिन्हीकरण एवं पंजीकरण के कार्य एवं विभिन्न विभागों के साथ समन्वय की स्थिति पर चर्चा की गई। प्रत्येक वॉलेन्टियर टीचर के द्वारा दस-दस असाक्षरों को शिक्षित किया जाएगा। इसके लिए कार्ययोजना तैयार की जाए। जिला साक्षरता एवं सतत् शिक्षा अधिकारी वर्तिका शर्मा द्वारा आभार व्यक्त किया गया।
इस अवसर पर सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जिला अग्रणी बैंक प्रबन्धक (एल.डी. एम.), सहायक श्रम आयुक्त श्रम विभाग, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सुचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक मुख्यालय, जिला रोजगार विभाग,समस्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी एवं स्वयंसेवी संस्था मेजिक बस के अधिकारीगण उपस्थित रहें।