अजमेर, 24 अप्रैल। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा के निर्देश पर अजमेर जिले में कोरोना महामारी संक्रमण के नियंत्रण, रोकथाम, बचाव एवं आमजन को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए चिकित्सा मंत्री हैल्पडेस्क स्थापित की गई है। यह डेस्क 24 घंटे कार्यरत रहेगी। हैल्पलाइन का फोन नम्बर 0145-2940560 तथा 0145-2631111 है। आमजन इन नम्बरों पर फोन कर अजमेर जिले में कोरोना महामारी से संबंधित जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. के.के. सोनी ने बताया कि अजमेर जिले में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए आमजन को महामारी से बचाव, नियंत्रण, रोकथाम व चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए स्वास्थ्य संकुल भवन अजमेर पर इस हैल्पडेस्क की स्थापना की गई है। चिकित्सा मंत्री हैल्पडेस्क के लिए अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सम्पत सिंह जोधा को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। हैल्पडेस्क को निर्देशित किया गया है कि वे हैल्पलाइन नम्बर 0145-2940560 तथा 0145-2631111 पर आने वाली सभी तरह की शिकायतों व पूछताछ के बारे में आमजन को जानकारी देंगे व राहत प्रदान करने में सहायता प्रदान करेंगे। इन हैल्पलाइन नम्बरों पर ऑक्सीजन की उपलब्धता, बेड की उपलब्धता, दवाईयों की उपलब्धता, एम्बूलेंस सहित कोरोना महामारी से संबंधित अन्य जानकारियां प्राप्त की जा सकती है। यह हैल्पडेस्क रविवार 25 अप्रैल से लगातार 24 घंटे कार्यरत रहेगी।
इन्हें दी जिम्मेदारी
सीएमएचओ डॉ. सोनी ने बताया कि हैल्पडेस्क पर वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनेश पारीक एवं नर्स ग्रेड द्वितीय अहमद अली, डॉ. प्रमोद कुमार शर्मा व नर्स ग्रेड द्वितीय पंकज मीणा तथा डॉ. शशि कुमार परिहार व जीएनएम राकेश को तैनात किया गया है।
रविवार को शहरी क्षेत्र की सभी डिस्पेंसरियों पर होगी सैम्पलिंग
सीएमएचओ डॉ. सोनी ने बताया कि रविवार 25 अप्रैल को प्रातः 9 बजे से प्रातः 11 बजे तक शहरी क्षेत्र की सभी डिस्पेंसरियों पर कोरोना सैम्पलिंग होगी।
ऑक्सीजन मैनेजमेंट
अस्पताल में 24 घंटे तैनात रहेगी जिला प्रशासन की टीम
तीन आरएएस अफसर और करीब 80 राजस्वकर्मी संभालेंगे कमान
मरीज और परिजनोंको सिखाया जाएगा कैसे बचाएं ऑक्सीजन
अजमेर, 24 अप्रैल। कोरोना महामारी संक्रमण की रोकथाम के लिए अजमेर जिला प्रशासन और जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। अस्पताल में मरीजों और उनके परिजनों को ऑक्सीजन का अपव्यय रोकने के लिए तरीके भी सिखाए जाएंगे। इसके साथ ही तीन आरएएस अफसरों सहित 80 राजस्वकर्मियों व शिक्षकों की ड्यूटी भी चिकित्सालय में ऑक्सीजन व कोरोना मैनेजमेंट के लिए लगाई गई है।
जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि वर्तमान में कोरोना संक्रमण की गंभीरता को देखते हुए चिकित्सा प्रशासन की टीमें साथ मिलकर काम कर रही हैं। जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय में चिकित्सकों और नर्सिंगकर्मियों के साथ ही प्रशासन के अफसर, राजस्वकर्मी तथा शिक्षक भी कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए अपनाए जा रहे मैनेजमेंट तथा ऑक्सीजन प्रबंधन में सहायता करेंगे। इन सभी अधिकारी व कर्मचारियों को उनके कर्तव्यों से संबंधित प्रशिक्षण देकर अस्पताल के तीन फ्लोर पर तैनात किया जाएगा।
जिला कलक्टर ने बताया कि हर फ्लोर पर एक आरएएस अफसर प्रभारी के रूप में चिकित्सकों के साथ समन्वय कर कार्य करेगा। उनके साथ राजस्वकर्मी व शिक्षकों की टीम तैनात रहेगी। यह टीमें मरीजों व परिजनों के साथ भी समन्वय स्थापित करेगी।
मरीज व परिजनों को सिखाएंगे, ऑक्सीजन कैसे बचाएं
जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. अनिल जैन ने बताया कि वर्तमान में मरीजों को दी जा रही ऑक्सीजन में से काफी बड़ा हिस्सा व्यर्थ जा रहा है। इसके कई कारण है। इन कारणों को दूर करने के लिए मरीज व परिजनों को लगातार समझाइश की जाएगी।
उन्होंने बताया कि मरीज के परिजनों से बातचीत के दौरान ऑक्सीजन मास्क हटाकर बात करने, मरीज द्वारा ऑक्सीजन सप्लाई चालू रहते ही मास्क को एक तरफ कर खाना खाने या सप्लाई चालू रहते ही टॉयलेट चले जाने से काफी मात्रा में ऑक्सीजन व्यर्थ खर्च हो जाती है। मरीज व परिजनों को बताया जाएगा कि ऑक्सीजन का उपयोग जब नहीं हो रहा है तब सप्लाई से संबंधित रेग्यूलेटर को चिकित्सा स्टाफ की मदद से बंद कर दिया जाए। इसी तरह कई मरीजों के परिजन आवश्यकता नहीं होने पर भी ऑक्सीजन की सप्लाई को स्टाफ को बिना बताए बढा जाते हैं। ज्यादा ऑक्सीजन भी मरीज के लिए हानिकारक हो सकती है। इसके अलावा शरीर में ऑक्सीजन के पैरामीटर निर्धारित है। ऎसे में आवश्यकता नहीं होने पर भी मरीज को ऑक्सीजन दिया जाना भी नुकसानदायक हो सकता है। अस्पताल प्रशासन इस अपव्यय को रोकने के लिए जिला प्रशासन की टीम के साथ मिलकर मरीज व परिजनों को समझाएगा। इसके अलावा मरीजों को सांसो से संबंधित व्यायाम के लिए प्रेरित किया जाएगा ताकि वह प्राकृतिक रूप से बीमारी से उबर सके।
जेएलएन अस्पताल
कोरोना मरीजों के लिए एडवाइजरी जारी
अस्पताल में उपचार की सम्पूर्ण व्यवस्था-डॉ. अनिल जैन
होम आइसोलेट मरीज भी निर्धारित तरीके से लेट कर बढ़ा सकते हैं ऑक्सीजन लेवल
अजमेर, 24 अप्रैल। राजकीय जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय ने कोरोना बीमारी से संक्रमित मरीजों में ऑक्सीजन का स्तर बढाने के लिए एडवाइजरी जारी की है। कोरोना के मरीज निर्धारित तरीके से पेट के बल या करवट से लेट कर अपना ऑक्सीजन लेवल बढा सकते हैं। अस्पताल ने स्पष्ट किया है कि कृत्रिम तरीके से जरूरत से ज्यादा ऑक्सीजन लेना भी नुकसानदायक हो सकता है।
जेएलएन अस्पताल अधीक्षक डॉ. अनिल जैन ने बताया कि चिकित्सालय में कोरोना मरीजों के उपचार की सम्पूर्ण व्यवस्था है जो भी भर्ती होने लायक मरीज आ रहे हैं उन सभी को अस्पताल में भर्ती कर उपचार किया जा रहा है। मरीजों को उनकी आवश्यकता के अनुसार सभी तरह की दवाईयां तथा ऑक्सीजन भी उपलब्ध करवाई जा रही है। डॉ. जैन ने कहा कि ऑक्सीजन एक दवाई की तरह उपयोग में आती है। इसका अधिक सेवन भी शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। मरीज बिना किसी घबराहट के चिकित्सक से सम्पर्क करें तथा उनकी सलाह के अनुसार ही ऑक्सीजन लें। यह देखने में आ रहा है कि कुछ मरीज घबराहट या चिन्ता के कारण घर या अस्पताल में जरूरत से ज्यादा ऑक्सीजन ले रहे हैं, उन्हें ऎसा नहीं करके चिकित्सकों की सलाह के अनुसार ही उपचार लेना चाहिए।
इस तरह बढा सकते हैं अपना ऑक्सीजन लेवल
डॉ. जैन ने बताया कि गहरी सांस, श्वसन संबंधी व्यायाम तथा अपने सोने व लेटने के तरीकों में बदलाव कर मरीज अपना ऑक्सीजन लेवल बढा सकते हैं। यह उन्हें प्राकृतिक रूप से बीमारी से उबरने में सहायता करेगा।
1. 30 मिनट से दो घंटे पेट के बल लेटें।
2. 30 मिनट से दो घंटे दांयी तरफ करवट लेकर लेटें।
3. 30 मिनट से दो घंटे बैठे रहें।
4. 30 मिनट से दो घंटे बांयी तरफ करवट लेकर लेटें।
5. 30 मिनट से दो घंटे पेट के बल लेटें।