माननीय राज्यपाल श्री कलराज मिश्र का यात्रा।

जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित।
अजमेर, 2 सितम्बर। माननीय राज्यपाल कलराज मिश्र शनिवार 3 सितम्बर को अपरान्ह 4 बजे रामाडा होटल जयपुर रोड़ हाईवे पर रूकेंगे। जिला कलक्टर अंश दीप ने बताया कि मिश्र अपरान्ह 4.30 बजे जयपुर के लिए प्रस्थान करेंगे।
पर टास्क फोर्स की बैठक आयोजित।
अजमेर, 02 सितम्बर। अतिरिक्त जिला कलक्टर भावना गर्ग की अध्यक्षता में शुक्रवार को जिला टास्क फोर्स की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई।
अतिरिक्त जिला कलक्टर भावना गर्ग की अध्यक्षता में राष्ट्रीय प्लस पोलियो कार्यक्रम के अन्तर्गत आयोजित होने वाले उपराष्ट्रीय टीकाकरण दिवस के सफल क्रियान्वयन के सम्बन्ध में बैठक का आयोजन हुआ। उप राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस 18 सितम्बर को है। इस बैठक में जिले की कार्य योजना पर विचार विमर्श, समस्या समाधान एवं सुझावों पर चर्चा की गई। सरकार द्वारा राज्य में 20 जिलों को पोलियो की दृष्टी से संवेदनशील श्रेणी में चयनित किया गया है। इसमें अजमेर भी है। वर्तमान में पाकिस्तान एवं अफगानिस्तान में पोलियो के प्रकरण बढ़ने पर प्लस पोलियो अभियान चलाया जाएगा। भारत पोलियो मुक्त देश ही रहे। इसके लिए प्लस पोलियो अभियान को सफल बनाने का आह्वान किया गया। सितम्बर माह में 18 तारीख को बूथ पर खुराख पिलाई जाएगी।
एडीएम भावना गर्ग ने कहा कि 18 सितम्बर को रविवार के दिन सभी विद्यालय खुले रहेंगे। विद्यालय स्तर पर बुलावा टोलियों का गठन किया जाएगा। टोलियों के द्वारा 0 से 5 वर्ष के बच्चों को बूथ पर लाकर खुराक पिलाई जाएगी। इसी प्रकार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका भी इसमें सहयोग करेंगी। नेहरू युवा केन्द्र के स्वयं सेवक अभियान को सफल बनाने के लिए कार्य करेगी। समस्त विभागीय अधिकारी एवं कार्मिक कोरोना की प्रिकॉशन डॉज अवश्य लगाएंगे।
आरसीएचओ डॉ. शिंदे स्वातीने अवगत कराया कि भारत सरकार के निर्देशानुसार 18 सितम्बर को पल्स पोलियो अभियान आयोजित किया जाएगा। सभी विभागाें के महत्वपूर्ण सहयोग से राजस्थान राज्य में माह नवम्बर 2009 के पश्चात तथा भारत देश में माह जनवरी 2011 के पश्चात वाइल्ड पोलियो वायरस का एक भी केस नहीं पाया गया है। निरन्तर तीन वर्ष तक वाइल्ड पोलियो वायरस का केस नहीं पाए जाने के कारण विश्व स्वास्थ्य संगठन के द्वारा देश को 27 मार्च 2014 को पोलियो मुक्त घोषित किया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि पोलियो एक संकमणकारी रोग है। यह विषाणु शरीर के तांत्रिका तंत्र को प्रभावित कर बच्चे को आजीवन लकवाग्रस्त कर देता है। शरीर में इसके विरूद्ध प्रतिरक्षा बनाए रखने के लिए एक से अधिक खुराक की आवश्यकता होती है। यद्यपि भारत देश तो पोलियो मुक्त हो चुका है परन्तु पड़ौसी देश पाकिस्तान व अफगानिस्तान में 2020-21 में 06 केस तथा 2021-22 में 19 पोलियो ग्रस्त केस पाए गए हैं। इसके कारण भारत में पोलियों के पुनः संक्रमण फैलने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है। अजमेर जिले के 0 से 5 वर्ष के अनुमानित 46 हजार 1 हजार 853 बच्चो को बाईवेलेन्ट ऑरल पोलियो की 2 बूंद पिलाकर प्रतिरक्षित किये जाने का लक्ष्य है। अभियान के प्रथम दिवस शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 18 सितम्बर को 2184 फिक्स बूथ, द्वितीय दिवस 19 सितम्बर को 3321 घर-घर भ्रमण टीम एवं तृतीय दिवस 20 सितम्बर को 2989 घर-घर भ्रमण टीमों द्वारा 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को बाईवेलेन्ट ओरल पोलियोकी खुराक पिलाई जाएगी। इसके अतिरिक्त तीनों दिवसों में 267 ट्रांजिट टीमों एवं 105 मोबाईल टीमों में नियुक्त वैक्सीनेटर द्वारा कच्ची बस्तीयों, मेला क्षेत्रों, झुग्गी झोपड़ीयों के 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को प्रतिरक्षित किया जाएगा। बैठक में डब्ल्यूएचओ प्रतिनिधी द्वारा माईक्रोप्लान का रिव्यू किया गया।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अनुज पिंगोलिया, महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक सिकराया राम चोयल,विश्व स्वास्थ्य संगठन के एसएमओ, जिले के समस्त बीसीएमओ एवं बीपीएम, शिक्षा विभाग से जिला शिक्षा अधिकारी, विधुत विभाग के अधिकारी एवं नसिर्ंग कॉलेज के प्रधानाचार्य सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।