साहित्य सृजन की कार्यशाला आयोजित।
अजमेर, 4 दिसम्बर। स्वाधीनता के अमृत महोत्सव के विस्तारित कार्यक्रमों की श्रृंखला में साहित्य सृजन संबंधी कार्यशाला का आयोजन सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय में हुआ।
महात्मा गांधी जीवन दर्शन प्रकोष्ठ के जिला समन्वयक रामविलास जांगिड़ ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय के महात्मा गांधी अध्ययन केंद्र में स्वाधीनता के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत साहित्य सृजन से संबंधित तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ। इसमें महात्मा गांधी के दर्शन एवं जीवन मूल्यों पर आधारित साहित्य का सृजन किया गया। यह साहित्य वर्तमान शिक्षा व्यवस्था में सुधार एवं परिवर्तन करने में सहायक सिद्ध होगा। साहित्य सृजन के तहत अजमेर जिले के शिक्षा विभाग के व्याख्याताओं द्वारा महात्मा गांधी जीवन दर्शन से संबंधित 30 से अधिक विषयों पर कार्य किया गया। कार्यशाला में स्वास्थ्य विकास, परिश्रम का महत्व, विद्यार्थी जीवन की दिनचर्या, ट्रस्टीशिप का सिद्धांत, प्राकृतिक चिकित्सा, सर्वधर्म समभाव, अनुशासन, अस्पृश्यता, गीतादर्शन एवं आत्मनिर्भरता का महत्व आदि विषयों पर अध्ययन कर विचाराें का संग्रह किया गया। इन्हें लिपिबद्ध कर प्रस्तुतिकरण किया गया।
इस कार्यशाला में आजादी के अमृत महोत्सव के सचिव डॉ. राकेश कटारा, दर्शना शर्मा, सुरेंद्र सिंह, सुनीता रावत, खुशबू चौधरी तथा रुचिका ने समन्वय स्थापित कर 15 प्रतिभागियों के साथ कार्य सम्पादन किया।