Jaisalmer के मोहनगढ़ क्षेत्र में शनिवार को एक असामान्य घटना ने सभी को चौंका दिया। ट्यूबवेल खुदाई के दौरान अचानक पानी का फव्वारा जमीन से फूट पड़ा। यह पानी लगभग 50 घंटों तक लगातार बहता रहा और सोमवार सुबह अचानक बंद हो गया। घटना ने स्थानीय प्रशासन और ग्रामीणों को चिंतित कर दिया है।
क्या है मामला?
स्थान: जैसलमेर जिले के मोहनगढ़ नहरी क्षेत्र के 27 बीडी के जोरा माइनर पर।
घटना: एक किसान के खेत में ट्यूबवेल खुदाई के दौरान जमीन फट गई और पानी का तेज फव्वारा फूट पड़ा।
प्रभाव: पानी का रिसाव इतना तेज था कि बोरिंग मशीन और ट्रक जमीन में दफन हो गए।
संभावित खतरे
विशेषज्ञों ने घटनास्थल को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है:
जहरीली गैस: रिसाव स्थल के नीचे जहरीली गैस की पाइपलाइन होने की आशंका है।
भूस्खलन और विस्फोट: जमीन के धंसने और विस्फोट होने की संभावना बनी हुई है।
रिसाव दोबारा शुरू होने की आशंका: पानी का प्रवाह बंद होने के बावजूद यह कभी भी दोबारा शुरू हो सकता है।
प्रशासन की कार्रवाई
जिला प्रशासन ने तुरंत स्थिति पर नियंत्रण के लिए कदम उठाए हैं:
प्रतिबंध: 500 मीटर परिधि को निषिद्ध क्षेत्र घोषित कर आम नागरिकों के आवागमन पर रोक लगाई गई है।
विशेषज्ञों की निगरानी: केयर्न एनर्जी कंपनी और अन्य विशेषज्ञों ने साइट का निरीक्षण किया है।
बिजली व्यवस्था: जोधपुर विद्युत वितरण निगम ने जलभराव क्षेत्र में वैकल्पिक बिजली व्यवस्था सुनिश्चित की है।
पानी निकासी: मोहनगढ़ विकास अधिकारी द्वारा भराव क्षेत्र से पानी निकालने के प्रबंध किए जा रहे हैं।
ग्रामीणों में डर
घटना ने स्थानीय लोगों में दहशत पैदा कर दी है।
पानी के अचानक फव्वारे और मशीनों के दफन होने का दृश्य डरावना था।
ग्रामीण अब इस क्षेत्र में जाने से डर रहे हैं, और अनहोनी की आशंका से चिंतित हैं।
भविष्य की सावधानी
प्रशासन ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत अलर्ट जारी किया है।
विशेषज्ञ लगातार क्षेत्र की निगरानी कर रहे हैं।
संभावित खतरों से निपटने के लिए आपातकालीन प्रबंध सुनिश्चित किए जा रहे हैं।
यह घटना न केवल जैसलमेर, बल्कि पूरे राज्य के लिए चिंता का विषय बन गई है। प्रशासन और विशेषज्ञों की सतर्कता से बड़ी दुर्घटनाओं को रोकने की उम्मीद की जा रही है।