मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में परिवहन घोटाले के मुख्य आरोपी सौरभ शर्मा को कोर्ट से जमानत मिलने के बाद राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। इस फैसले से नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गांधी चौक, उमरिया में प्रदर्शन कर पुतला दहन किया और सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।
कांग्रेस ने सरकार पर लगाए आरोप
कांग्रेस नेताओं ने इस जमानत को न्यायिक प्रक्रिया पर सवाल उठाने वाला करार दिया और सरकार पर भ्रष्टाचारियों को बचाने का आरोप लगाया। पार्टी के अनुसार,
सौरभ शर्मा के पास से 52 किलो सोना और अरबों रुपये की नगदी बरामद हुई थी, फिर भी उसे आसानी से जमानत मिल गई।
सरकार ने अदालत में कमजोर पक्ष रखा, जिससे आरोपी को राहत मिल गई।
यह केवल एक घोटाले के खिलाफ नहीं, बल्कि प्रदेश में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई है।
अगर दोषियों को जल्द सजा नहीं दी गई, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
गांधी चौक में हुआ प्रदर्शन
इस प्रदर्शन में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए, जिनमें प्रमुख नाम थे:
राजेश शर्मा (पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष)
अमृतलाल यादव
त्रिभुवन प्रताप सिंह
अशोक गौंटिया (कांग्रेस प्रवक्ता)
शिशुपाल यादव (ब्लॉक अध्यक्ष)
संतोष सिंह (सेवादल अध्यक्ष)
विजेंद्र सिंह अब्बू (युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष)
युवा कांग्रेस ने भी साधा निशाना
युवा कांग्रेस अध्यक्ष विजेंद्र सिंह अब्बू ने कहा—
“जब एक बड़े घोटाले के आरोपी को इतनी आसानी से जमानत मिल जाती है, तो यह दिखाता है कि सरकार भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है।”
आंदोलन होगा और तेज
कांग्रेस ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए कहा कि अगर सरकार जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाती, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ यह लड़ाई जारी रहेगी और कांग्रेस ने संकेत दिया है कि वह सरकार की भ्रष्टाचार विरोधी नीतियों को चुनौती देने के लिए सड़कों पर उतरती रहेगी।