SDM slapping case- जयपुर जिले के चाकसू में रविवार को समरावता गांव प्रकरण को लेकर सर्वसमाज की अहम बैठक हुई। बैठक में सर्वसमाज ने एकजुट होकर निर्णय लिया कि सोमवार को नरेश मीणा की रिहाई और हिंसा की निष्पक्ष जांच के लिए राज्य सरकार को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
प्रकरण का पृष्ठभूमि
समरावता गांव में उपचुनाव के दौरान मतदान का बहिष्कार किया गया था। इस दौरान एसडीएम अमित चौधरी ने ग्रामीणों को वोट डालने के लिए प्रेरित किया। इस पर नरेश मीणा ने एसडीएम पर वोट डालने के लिए धमकाने का आरोप लगाते हुए उन्हें थप्पड़ मार दिया।
इसके बाद गांव में तनाव बढ़ गया और देर रात पुलिस व नरेश मीणा के समर्थकों के बीच झड़प हो गई। इस हिंसा में 100 से अधिक वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। गुरुवार को नरेश मीणा ने गांव पहुंचकर अपनी गिरफ्तारी दी। पुलिस ने उनके खिलाफ 10 गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया और उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
सर्वसमाज की बैठक
रविवार को चाकसू में हुई बैठक में सर्वसमाज के प्रतिनिधियों ने नरेश मीणा की गिरफ्तारी का विरोध किया और हिंसा की निष्पक्ष जांच की मांग की। निर्णय लिया गया कि सोमवार को ज्ञापन देकर नरेश की रिहाई और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जाएगी।
विजय बैंसला की उपस्थिति
देवली उनियारा से भाजपा नेता विजय बैंसला भी समरावता गांव पहुंचे और हिंसा प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने ग्रामीणों के आरोपों पर चिंता व्यक्त की, जिसमें कहा गया कि पुलिस ने महिलाओं और बच्चों के साथ मारपीट की।
अगले कदम
सर्वसमाज की ओर से सोमवार को चाकसू से कूच किया जाएगा। ज्ञापन में प्रमुख मांगें होंगी:
- नरेश मीणा की रिहाई।
- महिलाओं और बच्चों के साथ कथित मारपीट की जांच।
- मतदान बहिष्कार के दौरान हुई हिंसा की निष्पक्ष जांच।
यह मामला प्रदेश में एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनता जा रहा है, और सर्वसमाज के विरोध ने इसे और अधिक तूल दे दिया है।