Rajasthan की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) ने इंटरपोल की सहायता से रोहित गोदारा गैंग के सक्रिय सदस्य अमरजीत विश्नोई की पत्नी सुधा कंवर को इटली के ट्रेपानी शहर (सिसली क्षेत्र) से गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय सहयोग का एक उत्कृष्ट उदाहरण है, जहां केंद्रीय एजेंसियों और स्थानीय पुलिस ने मिलकर गैंगस्टर की गिरफ्तारी सुनिश्चित की।
गिरफ्तारी की प्रमुख बातें
-सुधा कंवर की गतिविधियां:
.सुधा पर धनी व्यापारियों को धमकी देने, रंगदारी वसूलने, और फायरिंग करवाने जैसे गंभीर आरोप हैं।.वह रोहित गोदारा गैंग के लिए धन और हथियार की व्यवस्था करती थी।
.राजू ठेहट हत्याकांड में भी उसका नाम सामने आया, जहां उसने शूटरों को सहायता प्रदान की।
-इटली भागने की योजना:
.सुधा मूलतः मेड़ता सिटी (नागौर) की रहने वाली है।
.उसे 5 फरवरी 2023 को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन जमानत पर रिहाई के बाद 10 अक्तूबर 2023 को वह शारजाह होते हुए टूरिस्ट वीजा पर इटली भाग गई।
.इटली के ट्रेपानी क्षेत्र में छिपने की जानकारी मिलने पर इंटरपोल को संदर्भ पत्र भेजा गया।
-प्रत्यर्पण प्रक्रिया:
.सुधा की गिरफ्तारी के बाद अब उसे भारत लाने के लिए प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
.इससे पहले उसके पति अमरजीत विश्नोई को भी इसी क्षेत्र से गिरफ्तार किया जा चुका है।
गैंगस्टर गतिविधियों पर असर
ADG क्राइम दिनेश एमएन ने बताया कि सुधा की गिरफ्तारी रोहित गोदारा गैंग की गतिविधियों को नियंत्रित करने में मदद करेगी।
.सुधा और उसके पति अमरजीत बिश्नोई मिलकर धनी व्यक्तियों से रंगदारी मांगते और न देने पर हिंसक अपराधों की योजना बनाते थे।
.अमरजीत ‘डब्बा कॉल’ की व्यवस्था करता था, जिसका उपयोग गैंग के अन्य सदस्यों के बीच संपर्क के लिए किया जाता था।
सिसली से दूसरी बार कार्रवाई
यह पहली बार नहीं है जब सिसली क्षेत्र में गैंगस्टर पर कार्रवाई हुई हो। अमरजीत विश्नोई की गिरफ्तारी भी इसी क्षेत्र से हुई थी। सुधा और अमरजीत की गिरफ्तारी से गिरोह की आपराधिक गतिविधियों पर रोक लगाने की उम्मीद है।
निष्कर्ष:
सुधा कंवर की गिरफ्तारी से रोहित गोदारा गैंग को बड़ा झटका लगा है। यह घटना दिखाती है कि अंतरराष्ट्रीय सहयोग और सतर्क प्रशासन के जरिए संगठित अपराध पर प्रभावी ढंग से लगाम लगाई जा सकती है।