Rajasthan के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा एक बार फिर सोशल मीडिया पर अपने भाषणों की वजह से चर्चा में आ गए हैं। शुक्रवार को देवली उनियारा विधानसभा के उपचुनाव सभा में धारा 370 पर बयान देते हुए उनकी जुबान फिसल गई। इस बयान के बाद से कांग्रेस और सोशल मीडिया यूजर्स सवाल उठा रहे हैं कि आखिर भजनलाल शर्मा का भाषण लिखता कौन है?
धारा 370 पर बयान से विवाद
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, “राहुल गांधी तो क्या उनके पापाजी भी धारा 370 को नहीं हटा सकते।” जबकि उनका उद्देश्य यह कहना था कि धारा 370 को फिर से बहाल नहीं किया जा सकता। इस बयान का वीडियो वायरल हो गया है, और सोशल मीडिया पर इसे लेकर काफी आलोचना हो रही है। शर्मा के बयान को लेकर लोगों ने टिप्पणी की है कि यह भ्रामक संदेश देता है और राज्य के मुखिया के बयान पर भरोसे की कमी को दर्शाता है।
ऊंट को बताया राष्ट्रीय पशु
भजनलाल शर्मा पहले भी अपने बयानों के चलते ट्रोल हो चुके हैं। इस साल के बजट सत्र के बाद एक बातचीत में उन्होंने ऊंट को राष्ट्रीय पशु बता दिया, जबकि भारत का राष्ट्रीय पशु बाघ है। इस बयान के बाद भी सोशल मीडिया पर उनकी काफी आलोचना हुई।
मोदी की सभाओं में भी बार-बार जुबान फिसली
यह पहली बार नहीं है जब सीएम शर्मा का बयान चर्चा का विषय बना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभाओं में भी कई बार उनके बयान फिसल गए हैं। हाल ही में एक सभा में लोकसभा चुनाव की बात करते हुए उन्होंने कहा कि राजस्थान ने भाजपा को 2014 और 2025 में 25-25 सीटें दीं, जबकि उन्हें 2019 कहना था। इसी तरह, दिसंबर 2023 में “विकसित भारत संकल्प यात्रा” में अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने गलती से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम ले लिया, जिससे कार्यक्रम में असमंजस की स्थिति बन गई।
एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का उच्चारण भी बना चर्चा का विषय
भजनलाल शर्मा एक सार्वजनिक कार्यक्रम में राजस्थान की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स पर चर्चा कर रहे थे, लेकिन बार-बार इसका उच्चारण करने में असफल रहे। उन्हें कई बार “गैंग फोर्स” और “गैंगस्टर फोर्स” जैसे शब्द कहते हुए सुना गया, जिससे फिर से सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना शुरू हो गई।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के इन बयानों के बाद अब कांग्रेस और विपक्ष लगातार सवाल उठा रहे हैं और सोशल मीडिया पर भी उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।