Rajasthan- पूर्व खेल मंत्री अशोक चांदना ने समरावता गांव कांड को लेकर सरकार और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि गांव को जलाने और लोगों पर अत्याचार करने वाली पुलिस ही अब जांच कर रही है, जिससे निष्पक्ष जांच संभव नहीं है।
मुख्य बिंदु:
🔹 चांदना ने न्यायिक जांच और विधानसभा कमेटी की मांग की।
🔹 पुलिस पर गांव जलाने और अत्याचार करने का आरोप लगाया।
🔹 नरेश मीणा को पीड़ित बताया, कहा- समरावता की कोई गलती नहीं थी।
🔹 विधानसभा गतिरोध पर सरकार पर निशाना, कुछ मंत्रियों पर इतिहास न जानने का आरोप।
🔹 मुफ्त योजनाओं का बचाव, कहा- टैक्स जनता का पैसा है, जनता को सुविधाएं मिलनी चाहिए।
चांदना के तीखे सवाल:
📌 “क्या बाकी नेताओं को समरावता गांव की पीड़ा नजर नहीं आई?”
📌 “क्या सरकार जनता की आवाज दबाना चाहती है?”
📌 “अगर टैक्स के पैसे से मूलभूत सुविधाएं मुफ्त मिलती हैं, तो इसमें गलत क्या है?”
मुफ्त योजनाओं पर सरकार को घेरा
⚡ चांदना बोले- विकसित देशों में शिक्षा, स्वास्थ्य और पब्लिक ट्रांसपोर्ट मुफ्त हैं, तो भारत में क्यों नहीं?
⚡ सरकार जनता के टैक्स से ही योजनाएं चलाती है, फिर जनता को उसका लाभ क्यों नहीं मिलना चाहिए?
आईपीएल और खिलाड़ियों की नियुक्ति पर सरकार को कटघरे में खड़ा किया
🏏 “अगर खिलाड़ियों की नियुक्ति नहीं होनी थी, तो स्पष्ट कहा जाए, या फिर अपॉइंटमेंट दी जाए।”
🏏 “पिछले 1.5 साल में किसी खिलाड़ी को नियुक्ति नहीं मिली है, यह अन्याय है।”
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