Rajasthan भजनलाल सरकार का फिर यू-टर्न की भजनलाल सरकार ने एक बार फिर अपने फैसले पर यू-टर्न लिया है। सरकार ने रविवार को स्थानीय निकायों में मनोनीत सदस्यों की नियुक्ति की अधिसूचना जारी की थी, लेकिन इसके कुछ ही घंटों बाद आदेश को स्थगित कर दिया गया। इस फैसले ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है।
स्थगित की गई नियुक्तियां
राज्य के पांच निगमों में कुल 56 सदस्यों की नियुक्ति की गई थी, जिसमें भरतपुर, उदयपुर, जोधपुर उत्तर, जोधपुर दक्षिण, और पाली नगर निगम शामिल थे। इसके अलावा, विभिन्न नगर परिषदों और नगर पालिकाओं में भी सदस्य नियुक्त किए गए थे। लेकिन नियुक्ति की अधिसूचना जारी होने के तुरंत बाद, इन्हें स्थगित करने के आदेश दे दिए गए।
राजनीतिक नियुक्तियों पर सवाल
भजनलाल सरकार की इस नीति के यू-टर्न से विपक्ष ने सवाल खड़े किए हैं। यह पहली बार नहीं है कि सरकार ने किसी फैसले पर यू-टर्न लिया हो। इससे पहले भी सरकार के कई फैसले पलटे गए हैं, जिससे आम जनता और राजनीतिक विश्लेषकों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
स्थगन के कारणों पर अटकलें
इस अचानक आए यू-टर्न के कारणों पर सरकार की तरफ से कोई स्पष्ट कारण नहीं दिया गया है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में इसे लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं। कुछ का मानना है कि इन नियुक्तियों को लेकर आंतरिक मतभेद थे, जबकि कुछ इसे राजनीतिक दबाव का परिणाम मान रहे हैं।
नव-नियुक्त सदस्यों की नाराजगी
नव-नियुक्त सदस्य, जिन्हें बधाई मिलने से पहले ही उनके पद से वंचित कर दिया गया, इस फैसले से नाराज बताए जा रहे हैं। इन सदस्यों ने सरकार के इस रवैये पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है और जल्द ही स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है।
इस घटनाक्रम से स्पष्ट होता है कि सरकार की नीतिगत दिशा में अभी भी असमंजस है, और इसके राजनीतिक परिदृश्य पर गहरे प्रभाव पड़ सकते हैं।