खींवसर उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी रेवंतराम डांगा की चुनावी सभा उस समय विवादों में आ गई जब उनके भाषण के दौरान लोगों ने खींवसर के विकास कार्यों को लेकर सवाल खड़े कर दिए। रोल ग्राम पंचायत के चोपड़ों गुजरों की ढाणी में आयोजित सभा में रेवंतराम डांगा जैसे ही अपने उद्बोधन की शुरुआत करने पहुंचे, तभी कुछ स्थानीय लोग हनुमान बेनीवाल का समर्थन करते हुए भाजपा का विरोध करने लगे।
विकास का श्रेय: बेनीवाल या डांगा?
रेवंतराम डांगा ने जब खींवसर में भाजपा द्वारा किए गए विकास कार्यों का जिक्र किया, तो सभा में बैठे लोगों ने बीच में ही टोका। उन्होंने कहा, “खींवसर में जितना भी विकास हुआ है, उसका श्रेय केवल हनुमान बेनीवाल को जाता है।” यह सुनते ही माहौल गर्म हो गया। भाजपा समर्थकों ने भी रेवंतराम डांगा का समर्थन करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी, जिससे दोनों गुटों के बीच तकरार बढ़ गई। सभा में बेनीवाल समर्थकों और डांगा समर्थकों के बीच विकास कार्यों को लेकर तीखी बहस छिड़ गई।
रेवंतराम डांगा का जवाब और बढ़ता विवाद
इस तीखी प्रतिक्रिया के जवाब में रेवंतराम डांगा ने कहा, “जो विकास कार्य खींवसर में हुए हैं, वे मेरे प्रयासों से ही संभव हुए हैं।” उन्होंने बेनीवाल के विकास कार्यों पर भी सवाल उठाए, जिससे सभा में हंगामा और बढ़ गया। दोनों पक्षों के बीच बहस ने तू-तड़ाक का रूप ले लिया और सभा का माहौल तनावपूर्ण हो गया।
गांव में तनाव, चुनावी सभा में टकराव
यह घटना भाजपा के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो रही है, क्योंकि खींवसर उपचुनाव में बेनीवाल समर्थकों की मजबूत उपस्थिति और उनके विकास कार्यों का प्रभाव भाजपा की राह में रोड़े अटका रहा है। स्थानीय निवासियों ने स्पष्ट किया कि वे खींवसर के वास्तविक विकास के बारे में जानना चाहते हैं, और उन्हें राजनीतिक दावों से कोई मतलब नहीं है।
पुलिस की मौजूदगी और हालात पर नियंत्रण
सभा में माहौल बिगड़ते देख, पुलिस भी मौके पर मौजूद थी और स्थिति को शांत करने की कोशिश की। बावजूद इसके, चुनावी प्रचार में दोनों दलों के समर्थकों के बीच बढ़ता तनाव यह संकेत दे रहा है कि खींवसर उपचुनाव भाजपा और बेनीवाल समर्थकों के बीच कड़ी टक्कर का मंच बन चुका है।