केकड़ी जिले के भिनाय उपखंड में बिजली ट्रांसफार्मर से तेल और कीमती धातु चुराने वाले गिरोह ने आतंक मचा रखा है। पिछले दो महीनों में इस गिरोह ने कई ट्रांसफार्मरों को निशाना बनाकर उनमें से तेल और महत्वपूर्ण धातु चुराई है, जिससे बिजली विभाग को लाखों रुपये का नुकसान हो चुका है। चोरों की इन हरकतों से ट्रांसफार्मर कबाड़ बन चुके हैं, और किसानों के लिए भी समस्याएं खड़ी हो गई हैं, क्योंकि फसल की सिंचाई में उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
चोरों का गिरोह और तकनीकी समझ
भिनाय उपखंड क्षेत्र में सक्रिय यह गिरोह न केवल ट्रांसफार्मरों का तेल और धातु चुराता है, बल्कि यह गिरोह बिजली आपूर्ति प्रणाली के बारे में भी गहरी जानकारी रखता है। चोर अक्सर चलते ट्रांसफार्मर से तेल निकालते हैं और इसके लिए वे पहले डीपी के जम्पर काटते हैं। इसके बाद ट्रांसफार्मर का तेल निकालकर गायब हो जाते हैं। एक ट्रांसफार्मर की कीमत लगभग 80,000 रुपये से 2 लाख रुपये तक होती है, जिससे बिजली विभाग को भारी वित्तीय नुकसान हो रहा है।
किसानों की समस्याएं बढ़ीं
किसानों को फसल की सिंचाई के लिए पानी की आवश्यकता होती है, लेकिन ट्रांसफार्मर से तेल चोरी होने के कारण क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बाधित हो रही है। किसानों को सिंचाई के लिए बार-बार नई डीपी का इंतजार करना पड़ता है। ग्राम बनेड़िया में हाल ही में चोरों ने दो ट्रांसफार्मरों के जम्पर काटकर तेल चुराया, जिससे किसानों को तब तक समस्या का सामना करना पड़ेगा, जब तक वहां नई डीपी या तेल नहीं डाला जाता।
पुलिस और निगम की असफलता
भिनाय क्षेत्र में पुलिस के पास ट्रांसफार्मर तेल चोरी के कई मामले दर्ज हैं, लेकिन अभी तक एक भी मामले का खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस की असफलता के चलते चोरों के हौसले बुलंद हैं, और आए दिन डीपी की चोरी की घटनाएं सामने आ रही हैं। बिजली विभाग भी इस स्थिति से जूझ रहा है क्योंकि बिना मुकदमा दर्ज हुए निगम मुख्यालय से नई डीपी या तेल जैसी आवश्यक सामग्री उपलब्ध नहीं हो पाती।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम जरूरी
क्षेत्र में इस तरह की बढ़ती चोरी की घटनाओं को देखते हुए अब प्रशासन और बिजली विभाग को इस गिरोह पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए और ट्रांसफार्मरों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम करने होंगे, ताकि किसानों और विभाग को इस प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।