झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एक बार फिर सीएम की कुर्सी संभाल सकते हैं। सूत्रों के हवाले से आई खबरों में कहा जा रहा है कि सीएम चंपई सोरेन आज रात इस्तीफा दे सकते हैं। जमानत मिलने के बाद हेमंत सोरेन का चुनाव से चंद महीने पहले मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालना झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है।
झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन इस्तीफा दे सकते हैं। पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को मिली जमानत के बाद से ही झारखंड में राजनीतिक फेरबदल के संकेत मिल रहे थे। इसी बीच सूत्रों ने बताया है कि वर्तमान सीएम चंपई सोरेन आज रात इस्तीफा दे सकते हैं। इस्तीफे की अटकलों के बीच बुधवार दिन में हुई बैठक के बारे में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के एक सूत्र ने बताया, ‘बैठक में चंपई सोरेन के स्थान पर हेमंत सोरेन को लाने का निर्णय लिया गया।’ उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के आवास पर हुई बैठक में गठबंधन के नेताओं और विधायकों ने सर्वसम्मति से हेमंत सोरेन को झामुमो विधायक दल का नेता चुनने का फैसला किया। ऐसे में JMM के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन राज्य में पार्टी नीत गठबंधन के विधायकों के बीच आम सहमति के बाद तीसरी बार झारखंड के मुख्यमंत्री बन सकते हैं।
गौरतलब है कि झारखंड में सत्ता परिवर्तन की अटकलों के बीच रांची में आज इंडी गठबंधन के विधायकों के बीच बैठक शुरू हुई। यह बैठक राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) हेमंत सोरेन ने बुलाई। भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उन्हें फरवरी में गिरफ्तार किया गया था। करीब पांच महीने बाद हेमंत सोरेन को 28 जून को जेल से रिहा किया गया।
इस बैठक की जानकारी देते हुए पार्टी के सूत्र ने कहा, “राज्य में सत्ता परिवर्तन संभव है। यह बैठक महत्वपूर्ण है। राज्य की सत्तारूढ़ गठबंधन पार्टियों के विधायक यहां 11 बजे इकट्ठा हुए। मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के सभी महत्वपूर्ण कार्यक्रमों को रद्द किया गया।” दरअसल, बुधवार को सीएम चंपई सोरेन राज्य के 1500 चयनित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र बांटने वाले थे।
सीएम चंपाई सोरेन के कार्यक्रमों को किया गया रद्द
मंगलवार को भी चंपई सोरेन के सभी कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया था। उन्होंने हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद दो फरवरी को झारखंड के 15वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। नाम न बताने की शर्त पर एक कांग्रेस विधायक ने कहा, “हमें हमारे पार्टियों की तरफ से बुधवार को इस बैठक में शामिल होने के निर्देश दिए गए थे। यह बैठक झारखंड विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आयोजित की गई।” उन्होंने आगे कहा कि बैठक इस साल के आखिर में होने वाले चुनाव को लेकर तैयार की गई रणनीति पर चर्चा करने के लिए बुलाई गई है।
बैठक में ये नेता भी ले रहे हिस्सा
कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर और प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर भी इस बैठक में शामिल हो रहे हैं। झामुमो प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि इस बैठक का एजेंडा राज्य में राजनीतिक विकास है। मुख्यमंत्री के अलावा हेमंत सोरेन के भाई और मंत्री बसंत सोरेन भी इस बैठक में हिस्सा ले रहे हैं। झमुमो विधायक सरफराज अहमद के इस्तीफे के बाद गांडेय सीट खाली हो गया था। बाद में वहा उप चुनाव कराया गया, जिसमें हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन को विधायक के तौर पर चुना गया। जेल से रिहा होने के बाद हेमंत सोरेन ने अपनी पहली रैली में दावा किया कि भाजपा झारखंड में विधानसबा चुनाव पहले कराने की योजना बना रही है।