राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपनी सरकार का एक साल पूरा होने पर अमर उजाला से विशेष बातचीत की। उन्होंने अपनी सरकार के कामकाज, योजनाओं, और भविष्य की प्राथमिकताओं पर खुलकर चर्चा की।
सरकार के एक साल का मूल्यांकन
प्रश्न: सरकार के एक साल को आप कैसे देखते हैं, और राजस्थान में क्या बड़े बदलाव लाना चाहते हैं?
उत्तर: राजस्थान संभावनाओं से भरा प्रदेश है। हमारी सरकार ने वर्षों से अटके हुए फैसलों को लागू करने का काम किया। पानी के संकट को हल करने के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए, कानून-व्यवस्था को मजबूत बनाया, और पेपर लीक जैसे मामलों में सख्त कार्रवाई की। इन्वेस्टमेंट समिट से निवेश का माहौल बना है। अगले दो साल में राजस्थान भारत के अग्रणी राज्यों में शामिल होगा।
इन्वेस्टमेंट समिट और एमओयू की सफलता
प्रश्न: आपने कार्यकाल की शुरुआत में ही इन्वेस्टमेंट समिट करवाई। इसका क्या उद्देश्य था और एमओयू कैसे धरातल पर आएंगे?
उत्तर: इन्वेस्टमेंट समिट के जरिए हमने राजस्थान को वैश्विक स्तर पर नई पहचान दिलाई। 35 लाख करोड़ रुपये के एमओयू किए गए, जो रोजगार के नए अवसर लाएंगे। हमने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि निवेशकों को किसी प्रकार की समस्या न हो। राजस्थान निवेश के लिए पूरी तरह सुरक्षित प्रदेश है। दो साल बाद इन्वेस्टमेंट के परिणाम स्पष्ट दिखाई देंगे।
वन नेशन-वन इलेक्शन पर विचार
प्रश्न: केंद्र सरकार के ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ बिल पर आपका क्या रुख है?
उत्तर: हमारी सरकार इस पर पूरी तरह तैयार है। इससे समय, धन, और ऊर्जा की बचत होगी। जनता को बार-बार चुनावी प्रक्रिया का सामना नहीं करना पड़ेगा। केंद्र के निर्देशों के अनुरूप हम अपनी सभी तैयारियां कर रहे हैं।
नए जिलों पर सरकार का रुख
प्रश्न: नए जिलों की समीक्षा रिपोर्ट पर क्या निर्णय लिया जाएगा?
उत्तर: सरकार जनता की भावनाओं और समिति की रिपोर्ट के आधार पर निर्णय लेगी। हमारी मंशा साफ है कि सभी पहलुओं का अध्ययन करके ही फैसला लिया जाएगा।
उपचुनाव में प्रदर्शन और भविष्य की योजना
प्रश्न: उपचुनावों में भाजपा के प्रदर्शन पर आपकी राय क्या है?
उत्तर: जनता ने हमारे कामों पर विश्वास जताते हुए सात में से पांच सीटों पर जीत दिलाई। साफ नीयत और ईमानदार कामों की वजह से हमें यह आशीर्वाद मिला। कांग्रेस के झूठ, भ्रम, और परिवारवाद की राजनीति को जनता ने सिरे से खारिज कर दिया।
भविष्य की योजनाएं
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि उनकी सरकार का ध्यान सुशासन, रोजगार सृजन, और कानून-व्यवस्था पर है। उन्होंने जनता को आश्वासन दिया कि अगले दो सालों में प्रदेश विकास के हर क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर होगा।
निष्कर्ष:
मुख्यमंत्री ने बीते एक साल को बदलाव और विकास का साल बताया। उनकी प्राथमिकता एमओयू को धरातल पर लाना, निवेशकों का विश्वास बनाए रखना, और प्रदेश को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है।