HMPV not new virus in India स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार (6 जनवरी 2025) को स्पष्ट किया कि ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस (HMPV) भारत के लिए नया वायरस नहीं है। यह वायरस पहले से ही भारत सहित दुनियाभर में फैल चुका है। मंत्रालय ने बताया कि देश में मिले सभी मामलों में संक्रमित व्यक्तियों का कोई यात्रा इतिहास नहीं है और सभी मरीज ठीक हो रहे हैं।
HMPV क्या है?
पहचान: यह वायरस पहली बार 2001 में खोजा गया था।
कैसे फैलता है? HMPV हवा के जरिए, खासकर सांस के माध्यम से, एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है।
प्रभाव: यह सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित कर सकता है। हालांकि, यह आमतौर पर हल्के श्वसन संक्रमण का कारण बनता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता: 10 साल की उम्र तक अधिकांश बच्चे इस वायरस के खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर लेते हैं।
मंत्रालय की क्या है तैयारी?
स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने एक वीडियो बयान में कहा कि देश का स्वास्थ्य तंत्र और निगरानी प्रणाली पूरी तरह सतर्क है।
डेटा: इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम (IDSP) के अनुसार, देश में इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी (ILI) या गंभीर श्वसन संक्रमण (SARI) के मामलों में कोई असामान्य वृद्धि नहीं देखी गई है।
अधिकारियों का बयान:WHO की पूर्व प्रमुख वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि HMPV कोई घबराने की बात नहीं है। यह एक जाना-पहचाना वायरस है जो सामान्यत: हल्के संक्रमण का कारण बनता है।
AIIMS दिल्ली के डॉ. नीरज निश्चल ने बताया कि HMPV को कोरोना वायरस से तुलना करना गलत है क्योंकि HMPV नया नहीं है और इसके खिलाफ पहले से ही प्रतिरोधक क्षमता मौजूद है।
भारत में HMPV के मामले
मामले कहां पाए गए?कर्नाटक में दो शिशुओं में HMPV संक्रमण पाया गया।
गुजरात के अहमदाबाद में एक निजी अस्पताल में राजस्थान के डूंगरपुर के दो महीने के बच्चे में HMPV की पुष्टि हुई।
कैसे पता चला?यह मामले ICMR द्वारा चलाए जा रहे नियमित निगरानी अभियान के तहत सामने आए।
सरकार और स्वास्थ्य विभाग की तैयारी
एडवाइजरी: दिल्ली, कर्नाटक और महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभागों ने HMPV के फैलाव को रोकने के लिए क्या करें और क्या न करें की सलाह जारी की है।
निगरानी:केंद्र सरकार सभी उपलब्ध निगरानी चैनलों के जरिए स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
ICMR पूरे साल HMPV संक्रमण के रुझानों पर नजर रखेगा।
WHO चीन में स्थिति की निगरानी कर रहा है और समय-समय पर अपडेट साझा कर रहा है।
सावधानियां अपनाएं
ठंड के लक्षण होने पर मास्क पहनें।
हाथ धोएं और भीड़भाड़ वाली जगहों से बचें।
गंभीर लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर से संपर्क करें।
HMPV से घबराने की जरूरत नहीं है। नियमित सावधानियां और सरकार की सतर्कता से इसे आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है।