Dausa जिले के महुआ उपखंड के गाजीपुर गांव के वीर सपूत, शहीद जवान जितेंद्र सिंह राजपूत का पार्थिव शरीर आज महुआ पहुंचा। बुधवार को बीकानेर के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में युद्धाभ्यास के दौरान हुए दर्दनाक हादसे में उन्होंने देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।
हादसा: तोपाभ्यास के दौरान बम फटा
महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में युद्धाभ्यास के दौरान तोप में बारूद भरते समय एक बम फटने से 38 वर्षीय जितेंद्र सिंह शहीद हो गए। इस हादसे में एक अन्य जवान ने भी अपनी जान गंवाई, जबकि एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। जितेंद्र सिंह जम्मू-कश्मीर में सेना की सेवा कर रहे थे और युद्धाभ्यास के लिए बीकानेर गए थे।
पार्थिव शरीर महुआ पहुंचा
आज सुबह शहीद जवान का पार्थिव शरीर महुआ लाया गया, जहां पुलिस प्रशासन, सेना के अधिकारी, और स्थानीय नागरिकों ने उन्हें पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को गाजीपुर गांव ले जाया गया।
राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
गाजीपुर गांव में पूरे सैन्य सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस दौरान सेना के जवानों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। उनके परिवार और गांव के लोग इस वीर सपूत को अंतिम विदाई देंगे।
परिवार में शोक की लहर
जितेंद्र सिंह के निधन की खबर से उनके परिवार में गहरा शोक है। उनकी पत्नी और दो बच्चे इस कठिन समय में गहरे दुख में हैं। जितेंद्र सिंह ने 16 सितंबर 2005 को 19 वर्ष की उम्र में भारतीय सेना में शामिल होकर देश की सेवा शुरू की थी। उन्होंने अपने जीवन को देश की सुरक्षा के लिए समर्पित कर दिया।
गांव में शोक और गर्व का माहौल
गाजीपुर गांव में जहां शहीद के प्रति शोक की लहर है, वहीं उनके बलिदान पर गांव के लोग गर्व महसूस कर रहे हैं। स्थानीय लोगों ने शहीद जवान को नमन करते हुए कहा कि जितेंद्र सिंह का यह बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा।
इस वीर सपूत के बलिदान ने पूरे क्षेत्र को गर्व और शोक के मिश्रित भावनाओं में डाल दिया है। प्रशासन और स्थानीय लोग उनके परिवार के साथ खड़े हैं और शहीद की कुर्बानी को सलाम कर रहे हैं।