Dausa News-दौसा उपचुनाव में बयानों की हलचल तेज हो गई है। भाजपा प्रत्याशी जगमोहन मीणा ने हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर कड़ा जवाब दिया। गहलोत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मीणा ने कहा कि गहलोत सीनियर नेता हैं, लेकिन उनके बयान का क्या मतलब था, यह समझ से परे है। मीणा ने यह भी स्पष्ट किया कि दौसा में मुकाबला किसी दिग्गज नेता का नहीं, बल्कि यहां की जनता का है, और भाजपा इस चुनाव को बड़े मार्जिन से जीतने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
गहलोत के बयान पर सवाल
अशोक गहलोत ने हाल ही में दौसा उपचुनाव में कुछ टिप्पणी की थी, जिस पर मीणा ने अपनी प्रतिक्रिया दी। मीणा ने कहा, “गहलोत का बयान किसके लिए था? क्या वे यह कहना चाहते हैं कि मैं कमजोर हूं, या फिर सामने वाला प्रत्याशी कमजोर है? यह सवाल हमें समझ में नहीं आया।” गहलोत द्वारा की गई ‘मैच फिक्सिंग’ की टिप्पणी पर मीणा ने अपनी सफाई दी और कहा, “हमने ऐसा कुछ नहीं किया, अगर किसी ने किया है तो वो गहलोत और उनके साथी ही होंगे।”
दौसा की जनता की ताकत
जगमोहन मीणा ने जोर देते हुए कहा कि दौसा में कोई दिग्गज नेता चुनाव नहीं लड़ रहा है, बल्कि यह मुकाबला दौसा की जनता के बीच है। उन्होंने आशा जताई कि भाजपा को भारी बहुमत मिलेगा। मीणा ने कहा, “यह चुनाव हम नहीं, दौसा की जनता लड़ रही है और हमें विश्वास है कि जनता भाजपा के साथ खड़ी रहेगी।”
वोट बंटवारे पर किया खुलासा
मीणा ने वोट बंटवारे के मुद्दे पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, “हमारी पार्टी को यकीन है कि दौसा में वोटर हमारे साथ हैं। भाजपा को इस बार बड़ा जीत हासिल होगा।” इसके साथ ही उन्होंने दौसा के विकास के बारे में भी बात की और कहा कि अगर भाजपा सत्ता में आती है, तो दौसा को शिक्षा नगरी के रूप में विकसित किया जाएगा।
चुनाव प्रचार में गहमा-गहमी
दीपावली के बाद दौसा उपचुनाव में अब बयानबाजी तेज हो गई है। गहलोत के बयान के बाद भाजपा और कांग्रेस दोनों की ओर से आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इन बयानों का असर चुनाव पर क्या पड़ता है और दौसा की जनता किसे अपनी उम्मीदों का हिस्सा बनाती है।