Ajmer news- अजमेर शहर के भीड़भाड़ वाले दरगाह इलाके में अवैध निर्माण की समस्या विकराल होती जा रही है। 6 फीट जितनी संकरी गलियों में बहुमंजिला इमारतें खड़ी की जा रही हैं, जिससे फायर ब्रिगेड या आपातकालीन सेवाओं का पहुंचना मुश्किल हो गया है। नगर निगम द्वारा नोटिस और सीजिंग के बावजूद, बिल्डरों की हिम्मत बढ़ी हुई है, और अवैध तरीके से होटल और गेस्ट हाउस बन रहे हैं। सवाल उठता है कि इन अवैध निर्माणों पर रोक लगाने की जिम्मेदारी आखिर कौन निभाएगा, और अगर कोई हादसा हुआ तो इसका जिम्मेदार कौन होगा?
अवैध निर्माण पर रोक के बावजूद, निर्माण कार्य जारी
नगर निगम द्वारा पहले भी कई बार इन अवैध निर्माणकर्ताओं को नोटिस जारी किए जा चुके हैं, लेकिन इसका कोई असर नहीं दिखाई दे रहा। हाल ही में निगम के अधिशासी अभियंता धर्मेंद्र आनंद ने निगम आयुक्त देशल दान के निर्देश पर दरगाह क्षेत्र में चार निर्माणाधीन इमारतों और एक होटल को सीज कर दिया। फिर भी, अवैध निर्माण का यह सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। दरगाह के आसपास के इलाकों में हर जगह नियमों की अनदेखी करके गेस्ट हाउस और होटल बनाए जा रहे हैं।
6 फीट की गली में बहुमंजिला इमारतें – हादसे का खतरा
दरगाह इलाके के हिंदू मोची मोहल्ले की संकरी गलियों में कई मंजिलों वाले अवैध होटलों और गेस्ट हाउस का निर्माण हो रहा है। नियमों के अनुसार, केवल दो मंजिलों तक के नक्शे पास किए जाते हैं, लेकिन यहां चार से पांच मंजिलों की इमारतें बिना स्वीकृति के बनाई जा रही हैं। यदि संकरी गली में कोई हादसा हो जाता है, जैसे कि आग लगती है, तो वहां फायर ब्रिगेड की गाड़ियां नहीं पहुंच पाएंगी। ऐसी स्थिति में भारी जनहानि की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
जिम्मेदार कौन? – पार्षद और निगम अधिकारी चुप्पी साधे हुए
स्थानीय क्षेत्रवासियों का कहना है कि पार्षद और नगर निगम अधिकारियों की चुप्पी इस समस्या को बढ़ावा दे रही है। जब वार्ड 53 के पार्षद के.के. त्रिपाठी से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। नागरिकों का मानना है कि अधिकारियों और निर्माणकर्ताओं की मिलीभगत के चलते ही अवैध निर्माण रुक नहीं रहा है। स्थानीय लोग इस बारे में दबी जुबान में बोलते हैं, क्योंकि उन्हें डर है कि कहीं उनकी आवाज़ दबा दी जाएगी।

सरकार और निगम कब करेंगे सख्त कार्रवाई?
अजमेर जैसे धार्मिक और पर्यटन स्थल पर ऐसी अव्यवस्थित और अवैध निर्माण व्यवस्था आने वाले समय में बड़ी समस्याएं खड़ी कर सकती हैं। नगर निगम को चाहिए कि वह इस समस्या पर तुरंत ध्यान दे और सख्त कार्रवाई करे। अवैध निर्माणकर्ताओं पर सख्त जुर्माना और कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जानी चाहिए ताकि भविष्य में कोई हादसा न हो और अजमेर का सौंदर्य और संरचना सुरक्षित रह सके।
यह समय है कि जिम्मेदार विभाग और अधिकारी इस समस्या का समाधान करें और अवैध निर्माण के इस सिलसिले पर रोक लगाएं, ताकि आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।