अजमेर रेलवे स्टेशन से अपहृत 4 साल की मासूम बच्ची को जीआरपी पुलिस ने 8 घंटे के भीतर अहमदाबाद के चांददोलिया स्टेशन से सुरक्षित बरामद कर लिया। जीआरपी ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से 20 ट्रेनों की तलाशी लेकर आरोपी को गिरफ्तार किया।
अजमेर के रेलवे स्टेशन से अपहरण हुई मासूम बालिका के अपहरण करने वालें युवक को मात्र 8 घंटे में अहमदाबाद से गिरफ्तार करने में अजमेर जीआरपी थाना पुलिस ने सफलता हासिल की है। आरोपी ने अपने अकेलेपन को दूर करने के लिए मासूम बच्ची का अपहरण किया था और उसको अपने पास रखकर पढ़ाना चाहता था।
गुरुवार को जीआरपी डीएसपी रामअवतार चौधरी के मामले का खुलासा करते हुए बताया कि अपहरण की सूचना के बाद टीम बनाई गई और आरपीएफ को अलर्ट कर दिया गया। उन्होंने जब जांच की तो सामने आया कि आरोपी अजमेर स्टेशन से लेकर चांददोलिया के बीच उतरा ही नहीं। ऐसे में रातभर टीमें अलग-अलग स्टेशनों पर इसे खंगालती रही। ट्रेन के अंदर भी जीआरपी के जवान तैनात रहे। गुजरात तक के स्टेशन पर बच्ची और आरोपी की फोटो भेजकर जीआरपी और आरपीएफ को अलर्ट किया गया था। इस दौरान टीम ने 20 ट्रेनें और खंगाली। इसी दौरान अहमदाबाद के नजदीक चांददोलिया स्टेशन पर जनरल कोच से आरोपी बच्ची को लेकर उतरा। तभी आरपीएफ और जीआरपी ने फोटो के आधार पर आरोपी को पकड़ लिया।
जीआरपी डीएसपी रामअवतार चौधरी ने बताया आरोपी नीमकाथाना सीकर निवासी रजाक पुत्र (35) गफूर है। जो अजमेर, जयपुर, फुलेरा और गुजरात में मजदूरी करके अपना जीवन यापन करता है। यह 8 दिन पहले ही अजमेर आया था। मंगलवार रात अजमेर जंक्शन से उसने मां के साथ जियारत करने आई मासूम का किडनैप किया था। इसके बाद सीसीटीवी के आधार पर इसे पोरबंदर एक्सप्रेस से उतरते हुए गिरफ्तार किया।
आरोपी से पूछताछ में पता चला कि 4 साल की मासूम को मां के पास से किडनैप करने वाला आरोपी उसे गुजरात ले जा कर बेटी की तरह अपने साथ रखना चाहता था। उसे पढ़ाना चाहता था। जीआरपी की जांच में सामने आया कि किडनैपर के परिवार में कोई नहीं है। उसके माता-पिता की 15 साल पहले ही मौत हो चुकी है। ऐसे में अकेलेपन के कारण उसने मासूम का किडनैप किया। मां को बातों को उलझा कर 10 मिनट में बच्ची को अपना दोस्त बना लिया और उसे अजमेर से 556 किमी दूर ट्रेन में चांददोलिया स्टेशन ले गया। यहां जैसे ही जनरल डिब्बे से उतरा, जीआरपी और आरपीएफ ने उसे पकड़ लिया। डीएसपी रामअवतार चौधरी ने बताया कि आरोपी की शादी नहीं हुई है। माता-पिता की मौत हो चुकी है। सिर्फ उसकी एक बहन और भाई हैं, जो उसके साथ नहीं रहते। वह शराब का आदी है और शराब के नशे में ही उसने बच्ची का किडनैप किया था।
आरोपी ने बताया कि उसने बच्ची की मां को पहले शादी का ऑफर दिया था लेकिन उसने मना कर दिया। इसके बाद वह बच्ची को बहलाकर उठा ले गया। आरोपी ने माना कि वह बच्ची को अपने साथ रखना चाहता था। उसे पढ़ाना चाहता था। अकेलेपन में होने की वजह से उसने बच्ची का किडनैप किया। हालांकि आरोपी से पूछताछ जारी है। ऐसे में सबसे पहले 50 जवानों को इकट्ठा कर टीम बनाई और रेलवे स्टेशन पर लगे कैमरे चेक किए गए। इस दौरान आरोपी स्टेशन के सेकेंड एंट्री गेट से बाहर ले जाता हुआ दिखाई दिया। जीआरपी और आरपीएफ ने अभय कमांड, बाजार और प्राइवेट सीसीटीवी को चेक किया। इस दौरान सैकड़ों सीसीटीवी चेक किए गए। रेलवे स्टेशन और बाजार में घूमने वाले ऑटो और टेंपो चालकों की भी मदद ली गई। डीएसपी रामअवतार चौधरी ने बताया कि रात 11 बजे के करीब स्टेशन पर दोबारा लौटते हुए एक वीडियो नजर आया। इस दौरान चेक किया कि कौन-कौन सी ट्रेनें यहां से रवाना हुई हैं। इसमें पहला शक पोरबंदर एक्सप्रेस पर गया। आखिरी बार आरोपी के साथ बच्ची को प्लेटफार्म 4 पर देखा गया था। जिसके बाद उन्होंने अपनी टीम के साथ में कार्रवाई करते हुए आरोपी को पकड़ने में सफलता हासिल की।