होम आइसोलेट व्यक्तियों को भी उपलब्ध होंगे ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर
सामाजिक संस्थाओं से मांगे प्रस्ताव
100 सिलेण्डर प्रतिदिन की है क्षमता
बचत की ऑक्सीजन दी जाएगी अन्य चिकित्सालयों को
अजमेर, 17 मई। राजकीय सैटेलाईट चिकित्सालय आदर्श नगर में नव स्थापित ऑक्सीजन प्लांट मंगलवार से ऑक्सीजन उत्पादन आरम्भ करेगा।
ऑक्सीजन प्लांट स्थापना के प्रभारी तथा अजमेर विकास प्राधिकरण के आयुक्त अक्षय गोदारा ने बताया कि अजमेर में कोरोना मरीजों के समुचित उपचार के लिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। इसके अंतर्गत राजकीय सैटेलाईट चिकित्सालय अजमेर में नया ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया गया है। यह प्लांट मंगलवार से ऑक्सीजन उत्पादन आरम्भ करेगा। इसकी क्षमता 100 सिलेण्डर प्रतिदिन की है। इससे चिकित्सालय में भर्ती मरीजों को 24 घंटे निर्बाध ऑक्सीजन आपूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी। यह प्लांट वायुमंडल से ऑक्सीजन खींच कर सीधे पाईपलाईन में सप्लाई करने में सक्षम है। आपात परिस्थिति के साथ बैकअप सिस्टम भी लगाया गया है। प्लांट का संचालन एवं बैक अप सिस्टम पूरी तरह से ऑटोमेटिक मोड पर काम करेगा। इससे मरीजों को ऑक्सीजन आपूर्ति में फ्लक्च्यूवेशन का सामना नहीं करना पड़ेगा। बैकअप सिस्टम के रूप में मेनीफोल्ड के माध्यम से ऑक्सीजन सिलेण्डर जोड़े गए है। प्लांट के माध्यम से सप्लाई होने वाली ऑक्सीजन के प्रेशर में हल्की सी कमी आने पर भी सिलेण्डर से ऑक्सीजन ऑटोमेटिक पाईपलाईन में सप्लाई होने लगेगी।
उन्होंने बताया कि इस ऑक्सीजन प्लांट के आरम्भ होने से प्रतिदिन लगभग 100 सिलेण्डरों की बचत होगी। इस बची हुई ऑक्सीजन का उपयोग अन्य अस्पतालों के मरीजों के लिए किया जा सकेगा। जिला प्रशासन ने इस बची हुई ऑक्सीजन को मित्तल हॉस्पीटल, जी.डी. बडाया हॉस्पीटल, क्षेत्रपाल हॉस्पीटल तथा सेंट फ्रांसिस हॉस्पीटल को आवंटित करने के लिए चिन्हित किया है। इससे इन चिकित्सालयो में अतिरिक्त मरीजों को भर्ती कर उपचार किया जा सकेगा।
होम आइसोलेट व्यक्तियों को भी उपलब्ध होंगे ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर
सामाजिक संस्थाओं से मांगे प्रस्ताव
अजमेर, 17 मई। जिला प्रशासन द्वारा होम आइसोलेट व्यक्तियों को भी ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर उपलब्ध करवाने के लिए सामाजिक संस्थाओं से बुधवार तक प्रस्ताव प्राप्त किए जाएंगे।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. के.के. सोनी ने बताया कि अजमेर जिले को ऑक्सीजन उपलब्धता की दृष्टि से आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रयास किया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को घर पर ही ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसमें सामाजिक संस्थाओं, संगठनों एवं एनजीओ की भूमिका महत्वपूर्ण है। इस प्रकार के मरीजों को ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर सामाजिक संस्थाओं के माध्यम से उपलब्ध करवाए जाएंगे। इसके लिए इस प्रकार की संस्थाओं से प्रस्ताव मांगे गए है। संबंधित संस्था अपना विस्तृत प्रस्ताव बुधवार तक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में प्रस्तुत कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि कोरोना माइल्ड अथवा मॉडरेड संक्रमित मरीजों का उपचार घर पर ही किया जा रहा है। ऑक्सीजन सेच्युरेशन लेवल 91 से 93 वाले मरीज घर पर ही ऑक्सीजन सिलेण्डर लेकर उपचार करवा रहे हैं। इस प्रकार के मरीजों को घर पर ही ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर के माध्यम से ऑक्सीजन दी जानी प्रस्तावित है। होम आइसोलेशन के मरीजों को ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर घर पर पहुंचाने के लिए समस्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो एवं डिस्पेंसरियों को अधिकृत किया जाएगा। संबंधित चिकित्सा संस्थान होम आइसोलेशन वाले मरीजों का ऑक्सीजन सेच्युरेशन लेवर 94 से कम आते ही ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर घर पर निःशुल्क उपलब्ध करवाएंगे। इसके लिए सामाजिक संस्थाओं का सहयोग लिया जाएगा। इसके लिए समाजिक संगठनों, संस्थाओं एवं एनजीओ से प्रस्ताव मांगे गए है। इन संस्थाओं द्वारा ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर की गांरटी दी जाएगी। संबंधित संस्थान द्वारा स्वास्थ्य केन्द्र की सलाह के अनुसार होम आइसोलेशन वाले मरीजों को घर पर ही निःशुल्क ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर उपलब्ध करवाए जाएंगे।