जेएलएन अस्पताल में लगेंगे 100 ऑक्सीजन कन्संट्रेटर
13 नए वेंटिलेटर भी खरीदे जाएंगे
अस्पताल में सभी जरूरतमंद मरीजों को मिल रहे हैं ऑक्सीजन बेड व वेंटीलेटर
अजमेर, 23 अप्रैल। कोरोना संक्रमण की गंभीरता को देखते हुए अजमेर जिला प्रशासन ने ऑक्सीजन रणनीति पर तेजी से काम करना शुरू कर दिया है। जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर अच्छी खबर है। प्रशासन ने अस्पताल में 100 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर खरीदने को मंजूरी दी है। इस यंत्र की सहायता से प्रति मिनट 5 से 10 लीटर ऑक्सीजन बनेगी जो सीधे ही मरीज को उपयोग के लिए उपलब्ध होगी। इसके साथ ही अब तक औद्योगिक उपयोग में लिए जा रहे 1404 सिलेण्डर का अधिग्रहण कर लिया गया है। यह प्रक्रिया जारी रहेगी। अस्पताल में करीब 2 करोड़ रुपए की लागत से 13 नए वेंटीलेटर भी खरीदे जाएंगे। पंचशील में स्थित शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भी 70 बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा शुरू की जा रही है ताकि गंभीर स्थितियों में इसे भी कोविड के ईलाज के लिए उपयोग लिया जा सके।
जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय में स्मार्ट सिटी योजना के तहत ऑक्सीजन कन्संट्रेटर खरीदे जाएंगे। अस्पताल के लिए 100 ऑक्सीजन कन्संट्रेटर खरीदने का निर्णय लिया गया है। यह यन्त्र हवा में उपलब्ध ऑक्सीजन को खींच कर मरीजों के उपयोग के योग्य बनाएगा। इस यंत्र की खासियत यह है कि इससे प्रति मिनट 5 से 10 लीटर ऑक्सीजन बनेगी जो मरीज सीधे ही उपयोग कर सकेंगे। इस योजना पर करीब एक करोड़ से अधिक लागत आएगी।
2 करोड़ की लागत से 13 नए वेंटीलेटर की खरीद को मंजूरी
जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय के लिए 13 नए वेंटीलेटर भी खरीदे जाएंगे। डीएम एफटी योजना के तहत करीब 2 करोड़ रुपए की लागत से वेंटिलेटर की खरीद की जाएगी। इसके साथ अस्पताल में 90 से अधिक वेंटीलेटर हो जाएंगे। अस्पताल में कोरोना मरीजो के उपचार और गम्भीर रोगियों को समुचित चिकित्सा उपलब्ध कराने की दिशा में लगातार कार्यवाही की जा रही है।
औद्योगिक ऑक्सीजन सिलेण्डरों का अधिग्रहण
जिला कलक्टर ने बताया कि अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई के लिए औद्योगिक सिलेण्डरों का भी अधिग्रहण करना शुरू कर दिया गया है। अब तक विभिन्न ऑक्सीजन प्लांटों से उद्योगों को सप्लाई किए जाने वाले 1404 ऑक्सीजन सिलेण्डर अधिग्रहित कर कोरोना पीड़ित मरीजों के उपयोग के लिए सुरक्षित रखे जा रहे हैं। जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक श्री सीताराम ने बताया कि सिलेण्डरों के अधिग्रहण की कार्यवाही लगातार जारी है।
पंचशील सीएचसी में 70 बेड पर ऑक्सीजन सुविधा
उन्होंने बताया कि पंचशील में स्थित शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भी 70 बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा शुरू की जा रही है ताकि गंभीर स्थितियों में इसे भी कोविड के ईलाज के लिए उपयोग लिया जा सके। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को युद्ध स्तर पर काम शुरू करने के निर्देश दिए गए है।
जिला कलक्टर ने की समीक्षा
जिला कलक्टर ने आज चिकित्सालय में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि चिकित्सालय में आने वाले सभी कोविड मरीजों और कोविड संदिग्ध मरीजों का उपचार किया जा रहा है। चिकित्सालय में सभी गंभीर कोरोना रोगियों को भर्ती किया जा रहा है। उन्हें पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन बेड और वेंटीलेटर उपलब्ध हैं।
राजपुरोहित ने निर्देश दिए कि प्रत्येक गंभीर मरीज को चिकित्सालय में हर संभव चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध करवाई जाए।
ऑक्सीजन सप्लाई और अस्पतालों के लिए डिस्कॉम में हाई अलर्ट
प्रबन्ध निदेशक ने इंजीनियर्स को जारी किए दिशा-निर्देश
अजमेर, 23 अप्रैल। कोरोना महामारी संक्रमण रोकने के लिए राज्य सरकार के प्रयासों के तहत अजमेर विद्युत वितरण निगम में भी हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। निगम क्षेत्र के सभी 14 ऑक्सीजन प्लांटों और सभी अस्पतालों में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अभियंताओं को सतर्क रहने तथा जिम्मेदारीपूर्ण ढंग से निर्देश दिए गए है।
प्रबन्ध निदेशक वी.एस. भाटी ने बताया कि डिस्कॉम के सप्लाई से जुड़े अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्देश दिए गए है कि अस्पतालों एवं ऑक्सीजन प्लांटों में निर्बाध रूप से विद्युत आपूर्ति जारी रहें। इसमे किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। प्रबन्ध निदेशक स्वयं इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
भाटी ने बताया कि अजमेर डिस्कॉम के क्षेत्र में कुल 14 ऑक्सीजन प्लांट हैं। इन सभी प्लांटों एवं अस्पतालों में निर्बाध विद्युत आपूर्ति देना हमारी जिम्मेदारी है। सभी अधीक्षण अभियंताओं को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने क्षेत्राधीन स्थित ऑक्सीजन प्लांटों का लगातार दौरा करें एवं प्लांट के मालिक से वस्तुस्थिति की जानकारी लें। अधिकारियों को निर्देशित किया है कि अस्पतालों में भी विद्युत आपूर्ति निर्बाध रूप से जारी रहे, किसी भी तरह की ट्रिपिंग न हो इसका विशेष ध्यान रखे।
प्रबन्ध निदेशक के निर्देशों के तहत टीए प्रशांत पंवार ने संभाग के सबसे बड़े जेएलएन अस्पताल में निर्बाध विद्युत आपूर्ति बनाएं रखने के लिए दौरा किया। पंवार के नेतृत्व में अभियंताओं ने जीएसएस पर पायी गई कमियों को तुरन्त दूर करने के लिए टाटा पावर को निर्देश दिए।
भाटी ने ऑक्सीजन प्लांटों के मालिकों को भी राहत देते हुए कहा कि अजमेर डिस्कॉम द्वारा विद्युत बिल की राशि बकाया होने के कारण किसी भी ऑक्सीजन प्लांट का विद्युत कनेक्शन नही काटा जाएगा। उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन प्लांट में 2 मिनट भी विद्युत आपूर्ति रुकती है तो उसे रीसाइक्लिंग में लगभग 30 मिनट लगते है। इसलिए कोविड महामारी के मद्देनजर सभी संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को ऑक्सीजन प्लांटों एवं अस्पतालों को हरहाल में निर्बाध विद्युत आपूर्ति के निर्देश दिए हैं।