[6/29, 7:16 PM] वि पी सिंह /देवनानी पी ए: कार्यालय विधायक अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र
सादर प्रकाशनार्थ:-
उदयपुर में युवक की निर्मम हत्या तुष्टिकरण नीति का नतीजा, कांग्रेस सरकार पूरी तरह फेल, नैतिकता के आधार पर गहलोत दें इस्तीफा-देवनानी
-निर्ममता से हुई हत्या को लोमहर्षक, दिल दहलाने वाली और नितांत बर्बरतापूर्ण घटना बताया
-धमकियां मिलने के बाद भी उसे समुचित सुरक्षा व्यवस्था मुहैया नहीं कराना पुलिस की नाकामी का प्रमाण
-हत्या का आरोपी पाकिस्तान से प्रशिक्षण लेकर आया, फिर भी प्रदेश का खुफिया तंत्र सोया रहा
-राजनेताओं की सीआईडी कराने वाले गहलोत को आखिर इस मामले में पूरी तरह फेल हो गए
अजमेर, 29 जून। पूर्व शिक्षा मंत्री व अजमेर उत्तर के विधायक वासुदेव देवनानी ने उदयपुर में कन्हैयालाल की निर्ममता से हुई हत्या को लोमहर्षक, दिल दहलाने वाली और नितांत बर्बरतापूर्ण बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की है। साथ ही इस पूरे मामले में राज्य सरकार को पूर्णरूप से फेल और तुष्टिकरण की नीति का परिणाम बताते हुए कहा है कि यदि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत में थोडी-सी भी नैतिकता बची है, तो उन्हें तुरंत प्रभाव से इस्तीफा दे देना चाहिए।
देवनानी ने जारी बयान में कहा, उदयपुर की घटना से यह साफ हो गया है कि प्रदेश की पुलिस और इंटेलीजेंस पूरी तरह फेल रही है। उन्होंने सवाल किया कि जब कन्हैयालाल ने धमकियां मिलने की रिपोर्ट दर्ज करा दी थी, तो पुलिस ने उसे समुचित सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध क्यों नहीं कराई। इससे पुलिस की नाकामी साबित हो गई है।
देवनानी ने कहा कि अब तो यह भी जानकारियां सामने आ रही हैं कि कन्हैयालाल की हत्या करने वाला शख्स पाकिस्तान से प्रशिक्षण लेकर आया था। ऐसे में सवाल यह उठता है कि जब वह पाकिस्तान से प्रशिक्षण लेकर आया, तो प्रदेश का खुफिया तंत्र क्या कर रहा था, क्या उसे इस बात की तनिक भी जानकारी नहीं मिली। यदि नहीं मिली, तो क्यों और इसके लिए जिम्मेदार कार्मिकों व अधिकारियों के खिलाफ सरकार ने अभी तक कोई कार्यवाही क्यों नहीं की है।
देवनानी ने कहा कि वैसे तो मुख्यमंत्री गहलोत अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों और विपक्षी नेताओं की सीआईडी करवाते हैं, उनके पीछे खुफिया तंत्र को हमेशा सक्रिय रखते हैं। लेकिन वे प्रदेश की कानून-व्यवस्था बनाए रखने में खुफिया तंत्र को बिल्कुल भी उपयोग नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार वोटोें की राजनीति के चक्कर में हमेशा से तुष्टिकरण की नीति अपनाए रही है। उदयपुर की घटना भी इसी तुष्टिकरण की नीति का ही परिणाम है।
देवनानी ने कहा कि करौली, जोधपुर, भीलवाड़ा, अलवर आदि जगहों पर भी जो साम्प्रदायिक दंगे हुए, वह भी सरकार की तुष्टिकरण नीति के ही नतीजे थे। इसके बावजूद सरकार ने कोई सबक नहीं सीखा। देवनानी ने कहा कि सरकार को उदयपुर की घटना की गंभीरता और गहराई से जल्द से जांच कराकर आरोपियों को कोर्ट से कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।
प्रेसनोट-2
अनु.जाति-अनु.जनजाति बंधुओं पर अत्याचार तथा उत्पीड़न के मामले रोकने में नाकाम कांग्रेस सरकार-देवनानी
-अत्याचार और उत्पीड़न के मामले बेलगाम
-पिछले साढे़ तीन साल के दौरान दर्ज मामले चैंकाने वाले
-सख्त कार्रवाई के अभाव में असामाजिक तत्वों के हौंसले बुलंद
अजमेर,29 जून। पूर्व शिक्षा मंत्री एवं वर्तमान अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि पिछले साढे 3 सालों में प्रदेश में अनुसूचित जाति व अनुजनजाति बंधुओं पर अत्याचार एवं उत्पीडन के मामलों में रिकाॅर्ड तोड. वृद्धि चैंकाने वाली है। अनु.जाति तथा अनु.जनजाति बंधुओं पर जारी अत्याचार एवं उत्पीड़न के मामलों को रोकने में नाकाम नाकारा कांग्रेस सरकार को एक पल भी सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है।
पन्द्रहवीं राजस्थान विधानसभा के सप्तम सत्र में गृह विभाग से पूछे तारांकित प्रश्न पर प्राप्त उत्तर की जानकारी देते हुए देवनानी ने कहा कि प्रदेश में साढ़े तीन साल के दौरान अनु.जाति व अनु.जनजाति पर अत्याचार एवं उत्पीड़न के मामलों में रिकाॅर्ड तोड़ वृद्धि हुई है। पुलिस में दर्ज मामले बेचैनी बढ़ाने वाले हैं। गत भाजपा सरकार के पांच साल के सुशासन में अनु.जाति तथा अनु.जनजाति पर अत्याचार और उत्पीड़न के मामलों में उत्तरोत्तर कमी दर्ज की गई, जबकि कांग्रेस सरकार में गत साढ़े तीन साल में संबंधित मामलों में उत्तरोत्तर वृद्धि देखी गई। वर्ष 2014 से 2018 तक क्रमश 8415, 7320, 6331, 5222 व 5702 मामले दर्ज हुए, जबकि वर्ष 2019 से 2021 तक क्रमश 8591, 8895 तथा 9645 मामले दर्ज हुए। जिस गति से मामले सामने आए है वह निश्चित ही चिंता और चिंतन का विषय है।
देवनानी ने बताया कि अनु.जाति तथा अनु.जनजाति पर अत्याचार और उत्पीड़न के बढ़ते मामलों पर अंकुश लगाने हेतु कांग्रेस सरकार की न कोई दिशा और न ऐसी कोई दृष्टि ही है। सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति के अभाव में असामाजिक तत्वों के हौंसले बुलंद है। देवनानी ने प्रदेश में अनु.जाति तथा अनु.जनजाति पर बढ़ते अत्याचार और उत्पीड़न के मामलों पर लगाम लगाने एवं दोषियों पर तत्काल प्रभाव से सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
कार्यालय प्रभारी
[7/1, 8:25 PM] वि पी सिंह /देवनानी पी ए: बारिश ने खोली सड़कों और बिजली की पोल
- विधायक वासुदेव देवनानी ने की जताई नाराजगी
- जिला कलक्टर से मुलाकात कर
दी हालात की जानकारी
-जिला कलक्टर ने दिए अधिकारियों को सुधार के निर्देश
अजमेर, 1 जुलाई। पूर्व शिक्षा मंत्री एवं विधायक वासुदेव देवनानी ने पहली तेज बारिश में ही अजमेर शहर में सड़कों और बिजली व्यवस्था की पोल खुल जाने पर सख्त नाराजगी जताई है। उन्होंने जिला कलक्टर अंशदीप से मुलाकात कर शहर में विभिन्न स्थानों पर बिगड़े हालात पर चर्चा की। जिला कलक्टर ने सम्बंधित विभागों को तुरंत एक्शन लेकर सुधार के निर्देश दिए हैं।
पूर्व शिक्षा मंत्री एवं अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने शुक्रवार को जिला कलक्टर अंशदीप से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि आज अजमेर में पहली तेज बारिश में ही सड़कों की पोल खुल गई है। अधिकांश जगहों पर सड़कों पर घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग किया गया है। बारिश के कारण ज्यादातर मुख्य सड़कों पर गड्ढ़े हो गए हैं। कई जगहों पर बरसाती पानी भर गया है।
उन्होंने जिला कलक्टर को बताया कि बारिश के कारण फॉयसागर रोड स्थित रावत नगर और स्वास्तिक नगर में सड़कों पर दो-दो फीट पानी भर गया है। ज्यादातर गलियों में सड़कों की हालत खराब है। लोगों को आवाजाही में परेशानी हो रही है। यहां तुरन्त सर्वे करवा कर सुधार किया जाए। उन्होंने कहा कि एलीवेटेड रोड के दोनों ओर सड़कों पर बहुत सारे गड्ढ़े हो गए हैं। शहर से बड़ी संख्या में वाहनों और आमजन की आवाजाही इन सड़कों से रहती है। यहां तुरंत ध्यान दिए जाने की जरुरत है। उन्होंने फॉयसागर रोड, स्टेशन रोड सहित शहर की कॉलोनियों में बनी सड़कों पर यथाशीघ्र पेचवर्क की आवश्यकता जताई। उन्होंने सीवरेज के कारण खोदी गई सड़कों पर भी समय पर पेचवर्क नहीं किए जाने पर नाराजगी जाहिर की।
श्री देवनानी ने जिला कलक्टर से कहा कि हर साल बारिश के कारण सागर विहार कॉलोनी क्षेत्र के लोगों को परेशानी झेलनी पड़ती है। यहां अभी से बड़े पम्प तैनात रखे जाएं ताकि जरूरत पड़ते ही पानी निकाला जा सके।
देवनानी ने शहर की विद्युत व्यवस्था में गड़बड़ी पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि बारिश आते ही कई स्थानों पर बिजली बंद कर दी जाती है। शुक्रवार को हाथी भाटा में कई घन्टे बिजली बंद रही। इसी तरह शहर में कई स्थानों पर बरसात आते ही ट्रिपिंग शुरु हो गई। अजमेर जैसे शहर में यह हाल हैं तो गांवों में क्या हाल होंगे।
जिला कलक्टर अंशदीप ने विधायक देवनानी के उठाए मुद्दों पर नगर निगम एवं सार्वजनिक निर्माण विभाग सहित विभिन्न विभागों को निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने विभागों को तुरन्त एक्शन लेकर सुधार के लिए कहा है।