अलवर जिले के लक्ष्मणगढ़ में एक MBBS छात्र के शव की भारत वापसी में हो रही देरी को लेकर परिवार और स्थानीय ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन किया। छात्र अजीत चौधरी, जो रूस में बश्किर स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहा था, का शव 6 नवंबर को मिला था, लेकिन 8 दिन बीतने के बावजूद वह अभी तक भारत नहीं पहुंचा है।
छात्र के चाचा, भोम सिंह ने कहा, “रूस से भारत के अच्छे संबंध हैं, फिर भी हमारे बेटे का शव नहीं आ रहा है, फिर कैसे अच्छे संबंध हैं?” परिवार ने इस मामले में प्रशासन से सवाल उठाते हुए कहा कि शव का पोस्टमार्टम अब तक क्यों नहीं हुआ। इस दौरान लक्ष्मणगढ़ के बाजार और स्कूल-कॉलेज बंद कराए गए, और पुलिस बल भी तैनात रहा।
धरने का आयोजन भगत सिंह सर्किल पर किया गया, जहां परिवार ने सरकारी अधिकारियों से अपील की कि जल्द से जल्द शव को लाने की व्यवस्था की जाए। लक्ष्मणगढ़ के प्रधान जाकिन ने कहा कि शव लाने में होने वाले खर्च को वह स्वयं उठाने को तैयार हैं।
छात्र के चाचा राजेंद्र ने कहा, “हमारे मंत्री क्या कर रहे हैं? अब तक शव क्यों नहीं आया?” उन्होंने कहा कि आमजन में भी इस मुद्दे को लेकर रोष बढ़ रहा है। परिवार ने यह भी आशंका व्यक्त की है कि अजीत के साथ कुछ गलत हुआ है, क्योंकि उसे एक अन्य छात्र द्वारा धमकी दी गई थी।
प्रदर्शनकारियों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया है और कहा है कि जब तक शव नहीं आता, तब तक वे धरने से नहीं उठेंगे।
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