गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय बैंसला ने अपनी मांगों के समाधान के लिए सरकार को 30 दिन का समय दिया है। दौसा के पांचोली गांव में आयोजित एक बैठक में उन्होंने कहा कि यदि इस अवधि में उनकी मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन की घोषणा की जाएगी। बैंसला ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार की समिति केवल भाषण देने में लगी है और वास्तविक कार्य नहीं कर रही है।
बैठक में गुर्जर समाज के सदस्यों ने पिछले महीने भरतपुर में आयोजित महापंचायत के दौरान उठाए गए मुद्दों पर असंतोष व्यक्त किया। बैंसला ने कहा कि समझौते के अनुसार, कई लंबित मुद्दों का समाधान होना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने मुख्यमंत्री से निवेदन किया कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करें, क्योंकि मृतक रूपनारायण के आश्रित को नौकरी देने में देरी हो रही है।
संघर्ष समिति के उपाध्यक्ष भूरा भगत ने भी सरकार की गंभीरता पर सवाल उठाया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया, तो गुर्जर समाज चुप नहीं बैठेगा। इस बीच, समिति के अन्य पदाधिकारियों ने भी सरकार के मंत्रियों की समिति की निष्क्रियता पर चिंता जताई है।
बैंसला ने कहा कि गुर्जर समाज ने समझौते के पालन के लिए पहले ही 147 दिन का समय दिया था, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि यदि स्थिति में सुधार नहीं होता है, तो समाज को मजबूरन आंदोलन की राह अपनानी पड़ेगी।
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