**कुबेर की पहचान**
हाल ही में, हरियाणा के फतेहाबाद जिले के एक मुर्रा नस्ल के झोटे ‘कुबेर’ ने राजस्थान के पुष्कर मेले में 21 करोड़ रुपये की कीमत हासिल की। इस झोटे के मालिक विकास भांभू ने स्पष्ट किया है कि वह इसे बेचने के लिए तैयार नहीं हैं, भले ही कोई 50 करोड़ रुपये की पेशकश करे। कुबेर ने मेले में आयोजित पशु प्रतियोगिता में पहला स्थान प्राप्त किया है।
**सीमन बैंक की योजना**
भांभू ने बताया कि वह कुबेर को सीमन बैंक में रखेंगे, जिससे उच्च गुणवत्ता वाले सीमन का उत्पादन किया जा सकेगा। यह योजना न केवल उन्हें आर्थिक लाभ दिलाएगी, बल्कि आसपास के क्षेत्रों में मुर्रा नस्ल के सुधार में भी मदद करेगी। उन्होंने कहा कि इस झोटे की कीमत लगने के बाद, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान से सीमन बुकिंग के लिए लगातार कॉल आ रही हैं।
**युवराज का निधन**
इससे पहले, हरियाणा के कुरुक्षेत्र में 9 करोड़ रुपये की कीमत वाला मुर्रा झोटा ‘युवराज’ की 23 वर्ष की उम्र में निधन की खबर ने पशु प्रेमियों को दुखी किया था। युवराज ने 29 बार राष्ट्रीय और राज्य स्तर की प्रतियोगिताओं में पुरस्कार जीते थे और उसके मालिक का दावा है कि उसके सीमन से लगभग 2 लाख कटड़े पैदा हुए थे।
**स्थानीय गर्व**
पशुपालन एवं डेयरी विभाग के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. सुखविंद्र सिंह ने कुबेर की उपलब्धि को जिले के लिए गर्व की बात बताया। उन्होंने कहा कि कुबेर की सफलता से न केवल फतेहाबाद, बल्कि पूरे हरियाणा का नाम रोशन हुआ है।
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