चित्रगुप्त की पूजा का आयोजन कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भक्तिभाव के साथ किया गया। इस अवसर पर चित्रांश समाज ने अपने घरों में और सामूहिक रूप से भगवान चित्रगुप्त की प्रतिमा के साथ कलम-दवात का पूजन किया।
समाज के सदस्यों ने सालभर के आय-व्यय का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया। इस दौरान घरों के दरवाजों पर हल्दी और कुमकुम भी लगाई गई।
बेंगलूरु में चित्रगुप्त सोसायटी के तत्वावधान में महाराष्ट्र मंडल भवन, गांधीनगर में धूमधाम से पूजा-अर्चना की गई। पूजा का नेतृत्व धनेश सिन्हा ने किया, जबकि पंडित निशांत झा ने मंत्रोच्चार किया।
पूजा के बाद समाज के सदस्यों ने महाप्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर बच्चों और बुजुर्गों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से कार्यक्रम का रंग जमा दिया, जिसमें गीत, संगीत, कविता पाठ और भजन शामिल थे।
इससे पहले, सभी महिला सदस्यों ने सामूहिक रूप से गोधन पूजा कर भाईदूज का त्योहार मनाया और भाइयों को रक्षासूत्र बांधकर दीर्घायु की कामना की।
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