उत्तर में क्षतिग्रस्त सड़कों के फिरने लगे दिन, तेजी से होने लगा है कायाकल्प
-सवा दो करोड की लागत से महावीर सर्किल से दरगाह के निजाम गेट तक, कड़क्का चैक से धानमंडी चैक तक और क्रिश्चियनगंज में सामुदायिक भवन से पुलिया तक सड़कों के निर्माण कार्य का देवनानी ने किया शुभारंभ
-दरगाह आने वाले जायरीन, क्षेत्रीय निवासियों और दुकानदारों को मिलेगी सहूलियत
अजमेर, 22 फरवरी। अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र में काफी लंबे समय से क्षतिग्रस्त सड़कों के अब दिन फिरने लगे हैं। इन सड़कों का तेजी से कायाकल्प किया जाने लगा है। इसी कड़ी में दरगाह बाजार क्षेत्र की दो सड़कों के अलावा क्रिश्चियनगंज में एक सड़क के निर्माण कार्य का शुभारंभ पूर्व शिक्षा मंत्री व अजमेर उत्तर के विधायक वासुदेव देवनानी ने किया। देवनानी की अभिशंसा पर विधानसभा बजट घोषणा की शहरी सडक योजना के तहत स्वीकृत इन तीनों सड़कों के निर्माण पर करीब सवा दो करोड़ रूपए की लागत आएगी। अब तक उत्तर विधानसभा क्षेत्र में करीब 15 करोड़ रूपए लागत से विभिन्न भागों में सड़कों के निर्माण कार्य शुरू किए जा चुके हैं।
महावीर सर्किल से दरगाह के निजाम गेट तक सड़क निर्माण पर 1.92 करोड़ और कड़क्का चैक चैराहे से धानमण्डी चैक सड़क निर्माण पर 13.60 लाख रूपए की लागत आएगी। यह दोनों सड़कें दरगाह बाजार क्षेत्र के तहत आती हैं। दरगाह में रोजाना देश-प्रदेश के अलावा विभिन्न देशों के जायरीन जियारत के लिए आते हैं। दोनों सड़कें नई बन जाने से ना केवल बाहर से जियारत के लिए आने वाले जायरीन को सहूलियत होगी, बल्कि इन इलाकों के निवासियों और दुकानदारों को भी काफी राहत मिलेगी। महावीर सर्किल से दरगाह के निजाम गेट तक सड़क जगह-जगह से टूटी-फूटी होने के कारण केवल वाहन चालकों को ही नहीं, पैदल चलने वालों को भी काफी परेशानी उठानी पड़ रही थी। कड़क्का चैक से धानमंडी चैक का क्षेत्र भी दरगाह की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। कई बार यह मार्ग वीआईपी विजिट के लिए भी उपयोग में लिया जाता है। अभी कड़क्का चैक से धानमंडी चैक तक के भाग में सड़क पर काफी गड्ढे़ पडे़ हुए हैं, जिससे आए दिन लोग दुर्घटनाओं के शिकार होते हैं। अभी महावीर सर्किल से लेकर निजाम गेट तक टूटी-फूटी सड़क होने के कारण बाहर से आने वाले जायरीन खरीददारी के लिए नहीं रूक पाते थे, जिससे दुकानदारों को काफी निराशा हो रही थी। सड़क बनने से जायरीन रूक कर तसल्ली से खरीददारी भी कर सकेंगे, जिससे दुकानदारों का धंधा भी अच्छा चलने लगेगा। दोनों सड़कों के निर्माण कार्य के शुभारंभ मौके पर पृथ्वीराज मंडल अध्यक्ष प्रकाश बंसल, पार्षद के.के. त्रिपाठी, अशोक मुद्गल, राजू साहू, दरगाह बाजार व्यापारिक एसोसिएशन के अध्यक्ष होतचंद सिरनानी, अनिल नरवाल, दिनेश ढंजा, जातवेद सोनी, योगेश शर्मा, भोजराज जोशी, शशिपाल जाटव एवं कई व्यापारी मौजूद रहे।
इसी प्रकार देवनानी ने कैलाशपुरी में सामुदायिक भवन से लेकर क्रिश्चियन गंज पुलिया तक करीब 20.72 लाख रूपए की लागत से बनने वाली सड़क के निर्माण कार्य का शुभारंभ किया। यह सड़क भी पिछले काफी दिनों से क्षतिग्रस्त है, जिससे क्षेेेत्रीय निवासियों को आने-जाने में काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। यह सड़क बन जाने से लोगों को राहत मिलेगी। इस मौके पर पार्षद नलिनी शर्मा, रूबी जैन, शहर भाजपा के जिला मंत्री राजेश शर्मा, मंडल महामंत्री गंगा राम सैनी, सुनील जैन, गोपाल शर्मा, पांचूलाल, विकास माथुर, अरूण भाटी, पृथ्वीराज सांखला, रामावतार शर्मा, शिवकुमार, राम कुमावत, अमरचंद, प्रमोद खंडेलवाल, शंकरनाथ, विजय भाटी आदि मौजूद रहे।
अजमेर को बीकानेर से जोड़ने के लिए पुष्कर से मेड़ता तक रेलवे ट्रैक का काम तुरंत शुरू हो
-उत्तर-पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक से देवनानी ने की मुलाकात, अजमेर से जुड़ी अनेक रेल संबंधी समस्याओं को प्रमुखता से उठाया
-कोरोनाकाल में बंद ट्रेनें जल्द शुरू हों, लंबी दूरी की ट्रेनें भी चलाई जाएं
-तोपदड़ा की तरफ स्टेशन के सैकण्ड एंट्री गेट से भी चलाई जाएं ट्रेनें, बढ़ाई जाएं सुविधाएं
अजमेर, 22 फरवरी। पुष्कर से मेड़ता तक रेलवे टैªक बिछाने का काम तुरंत शुरू कराया जाए, ताकि अजमेर-बीकानेर से रेलमार्ग से सीधा जुड़ाव हो सके। कोरोनाकाल में बंद की गई ट्रेनों को जल्द फिर से शुरू कराने अजमेर से चैन्नई के लिए सीधी ट्रेन चलाई जाए। पूर्व शिक्षा मंत्री व अजमेर उत्तर के विधायक वासुदेव देवनानी ने यह प्रमुख मांगें मंगलवार को अजमेर यात्रा पर आए उत्तर-पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक से मुलाकात के दौरान उठाईं।
देवनानी ने महाप्रबंधक से बातचीत के दौराना और उन्हें ज्ञापन में कहा कि अजमेर, राजस्थान के मध्य स्थितऐतिहासिक नगरी है। धर्म, कला, संस्कृति एवं स्थापत्यकला की दृष्टि से अजमेर का अपना विशेष महत्व है। यहां ब्रह्माजी का मंदिर, तीर्थराज पुष्कर, सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्धीन चिश्ती की दरगाह इत्यादि धार्मिक एवं पर्यटक स्थल इसकी ख्याति को चार-चांद लगा रहे हैं। प्रतिदिन हजारों की संख्या में देशी-विदेश सैलानी अजमेर पहुंचते हंै। जिस तादाद में श्रद्धालुओं की यहां आवाजाही रहती है, उस अनुपात में रेल मंत्रालय की तैयारी पर्याप्त नहीं है। रेलों की कमी और संचालित कई रेलों का भी ठहराव अजमेर रेलवे स्टेशन नहीं होने से अजमेरवासियों एवं देशी-विदेशी सैलानियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
यह प्रमुख मांगें उठाईं
-पुष्कर-मेड़ता ट्रैक का काम तुरंत पूरा कराकर अजमेर से बीकानेर प्रतिदिन ट्रेन चलाई जाए।
-अजमेर रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म नं. 6 से यात्री गाडियों का आवागमन प्रांरभ किया जाए, जिससे तोपदडा की तरफ बने सैकण्ड एंट्री गेट का भी समुचित उपयोग हो सके। इससे स्टेशन रोड पर यातायात का दबाव भी काफी कम हो सकेगा।
-कोरोनाकाल में वर्ष 2019-20 में जो ट्रेने बंद कर दी गई थीं, उन्हें पुनः प्रारंभ की जाएं-जैसे अजमेर-रामेश्वरम् ट्रेन।
-दक्षिण भारत के लिए यात्रियों को सुविधा मिल सके, इसके लिए अजमेर से चैन्नई तक साप्ताहिक ट्रेन चलाई जाए।
-गाडी संख्या 18010 अजमेर-संतरागांची और गाड़ी संख्या 22176 जयपुर-नागपुर एक्सप्रेस फिर से चलाई जाए।
-अजमेर स्टेशन के प्लेटफाॅर्म नं. 1 व 4 पर लिफ्ट लगवाई जाए।
-उदयपुर से हरिद्वार वाया अजमेर ट्रेन सप्ताह में तीन दिन चल रही है, जिसे प्रतिदिन संचालित की जाएं।
-रेवाडी से फुलेरा यात्री गाडी का विस्तार अजमेर तक किया जाए, जिससे सामान्य यात्रियों
को सुविधा प्राप्त हो सके।
-आर.एम.एस (रेलवे मेल सर्विस)-डाक विभाग की बिल्डिंग के कारण अजमेर स्टेशन का
सर्कुलेटिंग एरिया बहुत छोटा हो गया है, इसलिए आरएमएस बिल्डिंग को अन्यत्र कहीं
शिफ्ट किया जाए।
-मासिक सीजन टिकट की सुविधा कोविड के कारण बंद कर दी गई थी, जिसे फिर से शुरू किया जाए, ताकि दैनिक यात्रियों को सुविधाएं मुहिया हो सके।
-सभी गाडियों में अनारक्षित कोच चलाए जा रहे थे, जो कि वर्तमान में आरक्षित कोच में परिवर्तित कर दिए गए हं जिसके कारण सामान्य जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अतः सभी गाडियों में परिवर्तित किए गए आरक्षित कोचों को पुनः पूर्व की भांति अनारक्षित चलाए जाए।
-अजमेर स्टेशन के नवनिर्मित प्रवेशद्वार के सर्कुलेटिंग एरिया में कैटरिंग स्टाॅल, पार्किंग,
वाटर वेडिंग मशीन तथा मिल्क स्टाॅल उपलब्ध कराई जाए।
महाप्रबंधक से आश्वत किया इस विषय पर गंभीरता से विचार किया जायेगा