Young Leaders Dialogue 2025- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को भारत मंडपम में आयोजित “विकसित भारत युवा सम्मेलन” में देशभर से आए युवाओं के साथ संवाद किया। यह आयोजन राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर स्वामी विवेकानंद की जयंती (12 जनवरी) को मनाया गया। पीएम मोदी ने इस दिन को युवाओं के साथ बिताने और उनके विचारों को सुनने की प्रतिबद्धता जताई।
कार्यक्रम का उद्देश्य
इस संवाद का मुख्य उद्देश्य 2047 तक विकसित भारत की परिकल्पना के लिए युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करना है। कार्यक्रम में शामिल बिंदु:
युवा नेतृत्व:
बिना किसी राजनीतिक संबद्धता वाले एक लाख युवाओं को राजनीति में शामिल करने का प्रयास।
युवाओं को नेतृत्व और राष्ट्र निर्माण में प्रेरित करना।
विकास के 10 मुख्य विषय:
महिला सशक्तिकरण
डिजिटल भारत
खेलों में उत्कृष्टता
विज्ञान और नवाचार
सांस्कृतिक आदान-प्रदान
2047 के रोडमैप पर चर्चा:
भारत को स्टार्टअप राजधानी बनाने का आह्वान।
युवाओं की तकनीकी कौशल और नेतृत्व क्षमता को प्रोत्साहित करना।
कार्यक्रम की ख़ास बातें
स्वामी विवेकानंद का प्रभाव:
स्वामी विवेकानंद की विचारधारा को केंद्र में रखते हुए युवाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया गया।
नवाचार और प्रौद्योगिकी:
टेक्नोलॉजी के महत्व पर चर्चा की गई, और युवाओं को लगातार खुद को अपग्रेड करने की सलाह दी गई।
सांस्कृतिक समावेशिता:
यह महोत्सव केवल संवाद का मंच नहीं, बल्कि युवाओं के सांस्कृतिक आदान-प्रदान और राष्ट्र निर्माण के दृष्टिकोण को बढ़ावा देने का माध्यम भी है।
प्रधानमंत्री का संदेश
पीएम मोदी ने कहा,
“युवाओं में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के प्रति जुनून देखकर खुशी होती है। उनका विजन ही विकसित भारत का आधार बनेगा। यह महोत्सव एक अभियान है, जो युवाओं को उनके नेतृत्व और योगदान की अहमियत सिखाता है।”
युवाओं को सशक्त करने की पहल
इस आयोजन के तहत युवाओं को उनकी योग्यता के आधार पर प्रमाणपत्र दिए गए। साथ ही, यह महोत्सव बीते 25 सालों की परंपरा से अलग, एक नए दृष्टिकोण के साथ पेश किया गया।
निष्कर्ष
Young Leaders Dialogue 2025 केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि युवाओं को राष्ट्र निर्माण और नेतृत्व के लिए सशक्त करने का अभियान है। यह संवाद विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करता है।