डिब्रूगढ़ (असम):
HMPV: भारत में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। हाल ही में असम के डिब्रूगढ़ में 10 महीने के एक बच्चे में इस वायरस की पुष्टि हुई। बच्चे का इलाज असम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (AMCH) में हो रहा है। उसकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है।
क्या है ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV)?
एचएमपीवी एक श्वसन संबंधी वायरस है, जो मुख्य रूप से बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को प्रभावित करता है। यह पैरामाइक्सोविरीडे परिवार का वायरस है, जिसकी पहचान पहली बार 2001 में नीदरलैंड में हुई थी।
HMPV संक्रमण के लक्षण:
सर्दी-जुकाम
खांसी और बुखार
कफ और सांस लेने में कठिनाई
गंभीर मामलों में:ब्रोंकियोलाइटिस (फेफड़ों की ऑक्सीजन नली में सूजन)
निमोनिया (फेफड़ों में पानी भरना)
सांस में सीटी जैसी आवाज
संक्रमण का फैलाव:
यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से फैलता है। इसके लक्षण आमतौर पर कोरोना वायरस और फ्लू से मिलते-जुलते हैं, जिससे अंतर बता पाना मुश्किल हो सकता है।
चिकित्सा विशेषज्ञों की राय:
डॉ. ध्रुबज्योति भुइंया (AMCH अधीक्षक):
बच्चे को सर्दी-जुकाम के लक्षणों के कारण अस्पताल में भर्ती किया गया था। परीक्षण में एचएमपीवी संक्रमण की पुष्टि हुई।
स्थिति सामान्य है और घबराने की जरूरत नहीं।
डॉ. बिस्वजीत बोर्काकोटी (ICMR, लाहोवाल):
डिब्रूगढ़ में 2014 से अब तक 110 एचएमपीवी मामलों का पता चला है।
यह मौसमी वायरस है और हर साल दर्ज किया जाता है।
दुनिया में HMPV के प्रभाव:
2023 में नीदरलैंड, ब्रिटेन, फिनलैंड, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, और चीन समेत कई देशों में इसके मामले दर्ज हुए हैं।
बचाव के उपाय:
मास्क पहनना
हाथ धोना
प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखना
खांसने-छींकने वाले व्यक्तियों से दूरी रखना
निष्कर्ष:
हालांकि, HMPV कोई नई बीमारी नहीं है, लेकिन इसकी मौसमी मौजूदगी और बच्चों पर गंभीर प्रभाव चिंता का कारण बन सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ इसे नियंत्रित करने के लिए बुनियादी सावधानियों का पालन करने की सलाह देते हैं। संक्रमण के लक्षण महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
Disclaimer:
यह जानकारी जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से दी गई है। अधिक जानकारी के लिए अपने चिकित्सक से परामर्श लें।