Kekri News अजमेर जिले के भिनाय तहसील के ग्राम बड़ली में अवैध बजरी खनन ने संवेदनशीलता की सारी हदें पार कर दीं। गांव के नायक समाज के श्मशान घाट में बजरी माफियाओं द्वारा की गई खुदाई के कारण जमीन में दफन शवों की अस्थियां बाहर आ गईं। यह देखकर समाज के लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया और उन्होंने तहसीलदार को ज्ञापन देकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
श्मशान भूमि में खनन और अस्थियों का अपमान
स्थान:
बड़ली गांव के नदी किनारे स्थित नायक समाज का श्मशान घाट।
अवैध गतिविधि:बजरी माफियाओं ने जेसीबी मशीन की मदद से श्मशान भूमि पर अवैध खनन किया।
खुदाई के दौरान कई शवों की अस्थियां जमीन से बाहर आ गईं।
ग्रामीणों ने खनन का विरोध किया, जिसके बाद माफिया वहां से भाग निकले।
ग्रामीणों की मांग और ज्ञापन
ग्रामीणों ने मंगलवार को भिनाय तहसीलदार नीलम राठौड़ को ज्ञापन सौंपकर अवैध खनन रोकने की मांग की। ज्ञापन में निम्न बिंदुओं को प्रमुखता दी गई:
अवैध बजरी खनन की गतिविधियों पर तुरंत रोक लगाई जाए।
खनन माफियाओं के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
श्मशान भूमि की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
खनन से हुए संवेदनहीन कृत्य की जांच कर दोषियों को सजा दी जाए।
ग्रामीणों का आरोप
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पिछले एक माह से बजरी माफिया श्मशान घाट की जमीन का खनन कर रहे हैं। कई बार मना करने के बावजूद वे अपनी मनमानी कर रहे हैं। इस कृत्य ने मृतकों की अस्थियों की दुर्गति कर दी है, जिससे समाज में भारी आक्रोश है।
प्रशासन का रुख
तहसीलदार ने ज्ञापन प्राप्त करने के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है। प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और अवैध खनन पर कठोर कदम उठाने की प्रक्रिया शुरू करने की बात कही है।
निष्कर्ष
श्मशान भूमि में अवैध खनन न केवल कानूनी उल्लंघन है, बल्कि यह संवेदनाओं और परंपराओं का भी अनादर है। इस घटना ने प्रशासन और समाज को अवैध खनन के खिलाफ जागरूक और सक्रिय होने की आवश्यकता की ओर संकेत दिया है। ग्रामीणों की मांगों को जल्द से जल्द पूरा कर दोषियों को सख्त सजा दी जानी चाहिए।