Ajmer पुलिस ने साइबर ठगी के एक बड़े मामले का पर्दाफाश किया है, जिसमें एक 11वीं कक्षा का छात्र मास्टरमाइंड निकला। 19 वर्षीय नसीराबाद निवासी काशिफ मिर्जा नामक इस छात्र ने अपने फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने के हुनर और सोशल मीडिया पर मुनाफे का झांसा देकर 200 से अधिक लोगों से ठगी कर डाली। सिर्फ 3 महीनों में 45 लाख रुपये से अधिक की रकम ऐंठने वाले इस शातिर युवक को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया।
मुनाफे का लालच देकर फंसाता था लोगों को
आरोपी सोशल मीडिया पर विभिन्न इन्वेस्टमेंट स्कीम का झांसा देकर लोगों को आकर्षित करता था। वह छोटी रकम निवेश के बदले मोटा मुनाफा देने का लालच देकर भोले-भाले लोगों को अपने जाल में फंसाता था। जैसे कि 45 दिनों में 9999 रुपये के बदले 15999 रुपये का वादा और 13 सप्ताह में 99,999 रुपये के बदले 1,39,999 रुपये की रिटर्न की गारंटी देकर लोगों की मेहनत की कमाई अपने खाते में डलवा लेता था।
ठाठ से जीता था लग्जरी लाइफ
पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि आरोपी लग्जरी लाइफस्टाइल जीता था। उसके पास एक महंगी कार, ब्रांडेड लैपटॉप और महंगे फोन भी थे। पुलिस ने इन सामानों को बरामद कर लिया है, जिससे उसकी ठगी से अर्जित संपत्ति का खुलासा हुआ है।
ठगी की तकनीक में माहिर
आरोपी काशिफ लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए फर्राटेदार अंग्रेजी का इस्तेमाल करता था। उसकी बातचीत की शैली और तकनीकी समझ इतनी अच्छी थी कि लोग आसानी से उसके झांसे में आ जाते थे। पीड़ितों में से कई ने नसीराबाद सिटी थाने में मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसके बाद साइबर थाना पुलिस ने पूरे मामले की जांच की और उसे गिरफ्तार किया।
लगातार जांच जारी, और मामले खुलने की संभावना
आरोपी को दो दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है, और उससे पूछताछ में अन्य ठगी के मामले सामने आने की उम्मीद जताई जा रही है। साइबर ठगी की यह घटना राजस्थान में बढ़ती साइबर क्राइम गतिविधियों की ओर इशारा करती है और लोगों को ऑनलाइन लेनदेन में सतर्कता बरतने की जरूरत है।
इस मामले में अजमेर पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा के सुपरविजन में कार्रवाई की गई और पुलिस अब अन्य संभावित पीड़ितों को सतर्क कर रही है।