केकडी, 9 अक्टूबर। पारा की तीन बहनों के नाम राजस्व रिकॉर्ड में 25 वर्षों बाद सही दर्ज हुए। इससे उनको सरकारी योजनाओं का आसानी से लाभ मिल पाएगा। पारा के नाथू धोबी की तीन पुत्रियां बादाम देवी, बसन्ती एवं सायरी देवी अपने ससुरालों में निवासरत थी। इनमें से दो बड़ी बहने जयपुर तथा सबसे छोटी बहन बाटी गोयला अजमेर में रह रही थी। इन्होंने केकडी के उपखण्ड अधिकारी न्यायालय में नाम दुरस्ती का प्रार्थना पत्र लगभग डेढ वर्ष पूर्व प्रस्तुत किया था। इस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई थी।
उपखण्ड अधिकारी विकास पंचौली ने इस प्रकरण का निस्तारण प्रशासन गांव के संग अभियान में करने का निश्चय किया। तीनों बहनों से सम्पर्क स्थापित कर शिविर में आने के लिए कहा गया। इनके उपस्थित होने पर तहसीलदार केकड़ी से जांच एवं अनुशंषा प्राप्त की गई। पारा ग्राम पंचायत के सरपंच से भी इस संबंध में प्रमाण-पत्र लिया गया। इनके आधार पर गणेशपुरा ग्राम की जमाबंदी में सही नाम दर्ज करने के आदेश जारी किए गए। मनी के स्थान पर बदाम, बस्ती के स्थान पर बसंती तथा काली के स्थान पर सायरी का अंकन राजस्व रिर्काड में करने से तीनों बहनों ने सरकार को धन्यवाद दिया।