हरियाणा-राजस्थान रोडवेज। हरियाणा की महिला पुलिसकर्मी द्वारा राजस्थान रोडवेज बस में टिकट देने से इनकार करने पर शुरू हुआ विवाद अब समाप्त हो गया है। हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज ने बताया कि उच्चाधिकारियों के दखल के बाद दोनों राज्यों के बीच चालान काटने का यह सिलसिला थम गया है, और अब बसों का आवागमन सामान्य हो गया है।
विवाद तब भड़का जब एक महिला पुलिसकर्मी ने राजस्थान रोडवेज की बस में टिकट मांगने पर विरोध किया, और इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस घटना के बाद दोनों राज्यों के पुलिस और परिवहन विभाग ने एक-दूसरे की बसों पर चालान काटना शुरू कर दिया था। राजस्थान में हरियाणा रोडवेज की 76 बसों के चालान काटे गए, जबकि हरियाणा में राजस्थान की 90 से अधिक बसों के चालान किए गए। विशेष रूप से गुरुग्राम में सबसे अधिक चालान काटे गए। इस तनावपूर्ण स्थिति को खत्म करने के लिए राजस्थान परिवहन निगम ने हरियाणा पुलिस को पत्र लिखते हुए महिला पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई का भी अनुरोध किया था।
हरियाणा-राजस्थान में रोडवेज संचालन बहाल
राजस्थान से हरियाणा में लगभग 300 बसें रोजाना आती हैं, जबकि हरियाणा की लगभग 250 बसें राजस्थान में विभिन्न रूटों पर जाती हैं। अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद अब रोडवेज का संचालन फिर से सुचारू हो गया है, जिससे यात्रियों को भी राहत मिली है।
वायु प्रदूषण और यमुना की सफाई पर दिल्ली सरकार को विज की चेतावनी
इस दौरान, हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने दिल्ली में वायु प्रदूषण और यमुना नदी की सफाई के मुद्दे पर दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार पर भी निशाना साधा। विज ने कहा कि दिल्ली सरकार को सत्ता में आए 10 साल से ज्यादा हो गए हैं, लेकिन यमुना की सफाई में कोई सुधार नहीं हुआ है। उन्होंने सुझाव दिया कि हरियाणा में बहती यमुना का बीओडी (बायोकेमिकल ऑक्सीजन डिमांड) चेक करवा लें और दिल्ली में ओखला तक बहते पानी का बीओडी स्तर देख लें, तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि यमुना में प्रदूषण का असली जिम्मेदार कौन है।
अंबाला छावनी बस स्टैंड के लिए 93 लाख का बजट स्वीकृत
विज ने यह भी बताया कि अंबाला छावनी बस स्टैंड की मरम्मत के लिए 93 लाख रुपये की प्रशासनिक मंजूरी दे दी गई है। इससे बस स्टैंड के बुनियादी ढांचे में सुधार होगा, जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी।
इस प्रकार, हरियाणा और राजस्थान के बीच चालान विवाद का समाधान अब हो गया है, और दोनों राज्यों में रोडवेज का संचालन फिर से सामान्य हो गया है, जिससे आम जनता और यात्रियों ने राहत की सांस ली है।