हरियाणा-राजस्थान। हरियाणा की महिला कांस्टेबल से किराया मांगने के विवाद से उपजे हरियाणा-राजस्थान रोडवेज तनाव का समाधान आखिरकार उच्चस्तरीय बैठक के बाद हो गया है। पिछले दिनों राजस्थान रोडवेज बस में हरियाणा पुलिस की महिला कांस्टेबल से टिकट को लेकर बहस का वीडियो वायरल होने के बाद दोनों राज्यों के बीच गहरी कड़वाहट पैदा हो गई थी। इस घटना के विरोध में दोनों राज्यों की पुलिस और रोडवेज विभागों ने एक-दूसरे की बसों पर भारी चालान काटने शुरू कर दिए थे।
विवाद का प्रारंभ और तनावपूर्ण स्थिति
यह विवाद तब शुरू हुआ जब दिल्ली की ओर जाते समय हरियाणा सीमा में यात्रा कर रही एक महिला कांस्टेबल ने राजस्थान रोडवेज बस में टिकट लेने से इनकार कर दिया। परिचालक और कांस्टेबल के बीच हुई इस बहस का वीडियो वायरल हो गया। इस घटना के बाद हरियाणा पुलिस ने राजस्थान रोडवेज की कई बसों के चालान काटे। जवाब में राजस्थान पुलिस ने हरियाणा रोडवेज बसों पर कार्रवाई की और चालान के साथ ही कुछ बसों को जब्त भी किया। राजस्थान रोडवेज कर्मचारियों की यूनियन ने हरियाणा डीजीपी को पत्र लिखकर महिला कांस्टेबल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी, जिससे विवाद और भी गहराया।
विवाद में भारी जुर्माने और बसें जब्त
सूत्रों के अनुसार, राजस्थान में हरियाणा रोडवेज की 76 बसों पर चालान काटे गए और 8 बसों को जब्त किया गया। वहीं, हरियाणा ने भी राजस्थान रोडवेज की 100 से अधिक बसों पर चालान कर दिए। इस पूरे घटनाक्रम से दोनों राज्यों के यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, क्योंकि कई बसें देर तक रोककर चेकिंग की जा रही थी।
उच्चस्तरीय बैठक और विवाद का समाधान
मामले को बढ़ते देख रोडवेज के उच्च अधिकारियों और राज्य सरकारों ने एक बैठक की, जिसमें दोनों राज्यों के बीच तनाव को समाप्त करने का निर्णय लिया गया। बैठक के बाद अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि भविष्य में ऐसी घटनाएं नहीं होंगी और चालकों को बेवजह परेशान नहीं किया जाएगा।
रोडवेज डिपो रोहतक के महाप्रबंधक भारत भूषण गोगिया ने बताया कि इस विवाद के समाधान के लिए दोनों राज्यों के प्रशासनिक अधिकारियों ने सकारात्मक बातचीत की है। इसके बाद रोडवेज की सभी बसें अब पहले की तरह अपने निर्धारित रूट्स पर चल सकेंगी। दोनों राज्य की 300 से अधिक बसें जो एक-दूसरे राज्यों में संचालित होती हैं, वे फिर से सामान्य समय पर चलने लगी हैं।
इस निर्णय से यात्रियों और बस चालकों में राहत की लहर है और अब बस संचालन सुचारू रूप से जारी रहेगा।