नशा मुक्त बीकानेर में युवाओं के बीच स्मैक और चिट्टे के नशे की बढ़ती लत से चिंतित स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट पर विशाल प्रदर्शन किया। “नशा मुक्त बीकानेर” के नारों से गूंजते इस प्रदर्शन में नागरिकों ने जिला पुलिस अधीक्षक कावैंद्र सिंह सागर को ज्ञापन सौंपते हुए अवैध नशा तस्करी पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि बीकानेर, जो अपने रसगुल्ले और नमकीन के लिए प्रसिद्ध है, वहां के युवा अब घातक नशों की चपेट में आ रहे हैं। भाजपा नेता भगवान सिंह मेडतिया ने बताया कि बीकानेर में नशा कारोबारियों का जाल शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक फैल गया है, और स्कूल-कॉलेज के छात्र भी आसानी से इसके शिकार बन रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि पुलिस प्रशासन नशे के इस गंभीर मुद्दे पर मूक दर्शक बना हुआ है।
“अंधकारमय हो रहा है युवाओं का भविष्य”
स्थानीय नागरिकों का मानना है कि नशे की लत से बीकानेर के युवाओं का भविष्य खतरे में है। उनका कहना है कि युवा ही अगली पीढ़ी के भविष्य की नींव हैं, और नशे की गिरफ्त में जाने से समाज का भविष्य भी अंधकारमय हो सकता है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि अगर पुलिस प्रशासन नशा कारोबारियों पर कठोर कदम नहीं उठाता, तो जनता स्वयं इस समस्या का समाधान निकालेगी।
ज्ञापन में मांगी सख्त कार्रवाई और जागरूकता अभियान की मांग
जिला पुलिस अधीक्षक को सौंपे गए ज्ञापन में स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता अभियान चलाने की मांग की गई, ताकि युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों से बचाया जा सके। इसके साथ ही नशे के सौदागरों के खिलाफ सख्त कानून कार्रवाई की भी अपील की गई है। इस प्रदर्शन में बीकानेर के प्रबुद्ध नागरिकों, सामाजिक संगठनों, और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया, जो यह दर्शाता है कि यह मुद्दा समाज के हर वर्ग को प्रभावित कर रहा है।
समाज की ओर से इस प्रदर्शन के माध्यम से प्रशासन को यह संदेश दिया गया कि बीकानेर को “नशा मुक्त” बनाना प्राथमिकता होनी चाहिए।