राजस्थान बीजेपी के बाद कांग्रेस में उठी बगावत राजस्थान में विधानसभा उपचुनावों की तैयारी के बीच कांग्रेस पार्टी में बगावत के सुर उभरने लगे हैं। पूर्व सांसद रघुवीर मीणा ने सलूंबर विधानसभा सीट पर रेशमा मीणा को टिकट दिए जाने के निर्णय पर गहरी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि कुछ लोग पार्टी में दलाली कर रहे हैं और उन्होंने पार्टी के नेताओं को चेतावनी दी है कि यदि यही स्थिति रही तो कांग्रेस धीरे-धीरे खत्म हो जाएगी।
रेशमा मीणा का टिकट और बगावत
कांग्रेस ने हाल ही में सलूंबर सीट पर पूर्व प्रधान रेशमा मीणा को प्रत्याशी घोषित किया। इस फैसले के बाद रघुवीर मीणा ने कहा, “रेशमा मीणा ने 2018 में कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ बगावत कर चुनाव लड़ा था और उन्हें हराया था। फिर भी, अब उन्हें टिकट क्यों दिया गया?” उन्होंने यह भी कहा कि रेशमा पिछले छह वर्षों से पार्टी से बाहर थीं और पिछले पांच सालों में किसी भी पार्टी कार्यक्रम में शामिल नहीं हुईं।
दलाली और पार्टी में आंतरिक संघर्ष
रघुवीर मीणा ने कांग्रेस में मौजूद कुछ नेताओं पर आरोप लगाया कि वे दलाली का काम कर रहे हैं और क्षेत्र में उभरते हुए आदिवासी नेताओं को दबाना चाहते हैं। उन्होंने कांग्रेस के हाई कमान से अपील की कि वे ऐसे लोगों को पहचानें और पाबंद करें, अन्यथा पार्टी का भविष्य संकट में पड़ जाएगा।
समर्थकों की प्रतिक्रिया
रघुवीर मीणा के समर्थन में आए कार्यकर्ताओं ने भी नाराजगी जताई और कहा कि वे रेशमा मीणा की जमानत जब्त करवा देंगे। उनके समर्थकों का मानना है कि इस निर्णय से क्षेत्र में भारत आदिवासी पार्टी को और अधिक मजबूती मिलेगी।
निष्कर्ष
कांग्रेस पार्टी में उठ रही यह बगावत दिखाती है कि पार्टी के भीतर आंतरिक असंतोष और मतभेद किस हद तक बढ़ गए हैं। अगर समय रहते इस मुद्दे का समाधान नहीं किया गया, तो यह पार्टी के लिए गंभीर परिणाम ला सकता है।