राजस्थान की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ आया है, जहां राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष मदन राठौड़ ने हाल ही में जोधपुर दौरे के दौरान कई बड़े एलान किए हैं। इस दौरे के दौरान, उन्होंने पूर्व विधायक सूर्यकान्ता व्यास को श्रद्धांजलि दी और मंदिर में दर्शन किए। इस अवसर पर मीडिया से बातचीत करते हुए, उन्होंने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला और राज्य के विकास के लिए बीजेपी के प्रयासों को उजागर किया।
कांग्रेस पर हमले की बौछार
मदन राठौड़ ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा पर निशाना साधते हुए कहा कि वे चाहे जितना भी कुछ कहें, लेकिन सच्चाई सबके सामने है। उनका यह बयान इस बात को दर्शाता है कि बीजेपी राज्य में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए आक्रामक रुख अपनाए हुए है।
उन्होंने कहा कि भजनलाल कैबिनेट ने हाल ही में लगभग 90,000 नौकरियों की घोषणा की है, जो राज्य के युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। राठौड़ ने कहा, “हमारी सरकार ने जो वादे किए थे, उन्हें पूरा कर रहे हैं। हमने बजट में सड़कों के लिए 9 लाख करोड़ और बिजली के लिए 2.35 लाख करोड़ की घोषणा की है।”
बिजली कटौती में राहत
मदन राठौड़ ने यह भी घोषणा की कि घरेलू बिजली की कटौती को कल से बंद किया जा रहा है, जिससे आम जनता को बड़ी राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि, “पहले कांग्रेस सरकार में 1,000 मेगावाट बिजली लौटाई जा रही थी, लेकिन अब सब ठीक हो गया है।” यह निर्णय खासकर गर्मी के मौसम में लोगों के लिए राहत प्रदान करेगा।
नियुक्तियों की समीक्षा और मनोनीत पार्षदों की सूची
राठौड़ ने यह भी बताया कि सरकार नियुक्तियों की समीक्षा कर रही है और जल्द ही नियुक्तियों की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा, “मनोनीत पार्षदों की सूची एक-दो दिन में जारी की जाएगी, उसके बाद अन्य नियुक्तियां भी होंगी।” यह घोषणा यह स्पष्ट करती है कि बीजेपी राज्य की आम जनता को राहत देने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
किरोड़ी लाल मीणा की भूमिका
इस बीच, किरोड़ी लाल मीणा ने 29 सितंबर को कैबिनेट मीटिंग में भाग लिया, जो लोकसभा चुनाव के बाद उनकी पहली भागीदारी थी। हालांकि, उन्होंने 4 जुलाई को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। मदन राठौड़ ने कहा कि किरोड़ी लाल मीणा बीजेपी के सक्रिय सदस्य हैं और उन्हें कोई संदेह नहीं है कि वे मंत्री के रूप में काम कर रहे हैं।
किरोड़ी लाल मीणा ने स्पष्ट किया है कि वे अब केवल विधायक हैं, और उन्होंने कैबिनेट बैठक में शामिल होने के लिए बीजेपी के प्रदेश मुखिया के निर्देश पर भाग लिया।
निष्कर्ष
राजस्थान में बीजेपी के नेतृत्व में हो रही ये गतिविधियाँ यह दर्शाती हैं कि पार्टी न केवल अपनी राजनीतिक स्थिति को मजबूत करना चाहती है, बल्कि युवाओं को रोजगार के अवसर भी प्रदान कर रही है। मदन राठौड़ के द्वारा दिए गए एलान और कांग्रेस पर किए गए हमले से यह साफ होता है कि बीजेपी आगामी चुनावों के लिए अपनी तैयारियों में जुटी हुई है।