अजमेर जिले में नियोजित किए जाएंगे 40 कोविड हैल्थ कन्सलटेन्ट,

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एक माह में 1126 भर्ती कोविड मरीज हुए स्वस्थ

128 बैड बुधवार को हुए खाली

अजमेर, 19 मई। जिले में कोरोना महामारी पर रोकथाम के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा 40 कोविड हैल्थ कन्सलटेन्ट को नियोजित किया जाएगा।

     जिला कलक्टर ने जानकारी प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि जिले में कोविड-19 से उत्पन्न वर्तमान परिस्थिति के परिप्रेक्ष्य में राज्य सरकार द्वारा संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने, कोविड से संक्रमित मरीजों को समुचित उपचार, चिकित्सकीय सेवाएं उपलब्ध कराने तथा मृत्यु दर को न्यूनतम किए जाने के लिए कटिबद्ध है। इसके अन्तर्गत प्रदेश में संचालित घर-घर सर्वे एवं दवाई वितरण के कार्य को गति प्रदान करने को दृष्टिगत रखते हुए कोविड हैल्थ कन्सलटेन्ट एवं कोविड स्वास्थ्य सहायक की नियुक्ति 31 जुलाई 2021 तक के लिए की जाएगी। यह नियुक्ति नागरिक सुरक्षा विभाग द्वारा स्वंयसेवकों को नियुक्त करने की तर्ज पर होगी

     उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा 1000 कोविड हैल्थ कन्सलटेन्ट को नियोजित करने का निर्णय किया गया था। इसके अंतर्गत अजमेर जिले में 40 कोविड हैल्थ कन्सलटेन्ट नियोजित होंगे। कोविड हैल्थ कन्सलटेन्ट की न्यूनतम योग्यता एमबीबीएस एवं राजस्थान मेडिकल काउसिंल में पंजीकृत होना निर्धारित की गई है। इनकी सेवाएं कोविड कन्सलटेशन सेन्टर पर, घर-घर सर्वे कार्य को गति प्रदान करने तथा पर्यवेक्षण के लिए ली जाएगी। इसी प्रकार प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर एक, प्रत्येक पीएचसी पर दो, प्रत्येक सीएचसी पर तीन तथा शहरी क्षेत्र में प्रत्येक वार्ड के लिए दो कोविड स्वास्थ्य सहायकों का नियोजन किया जाएगा। शहरी क्षेत्रों में इनका नियोजन जिला चिकित्सालय कोविड केयर सेन्टर, ऑक्सीजन मॉनीटरिंग एवं कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए किया जाएगा। इसके लिए न्यूनतम योग्यता नर्स ग्रेड-द्वितीय अथवा जीएनएम एवं आरएनसी में पंजीकृत होना निर्धारित की गई है।

     उन्होंने बताया कि कोविड हैल्थ कन्सलटेन्ट एवं कोविड स्वास्थ्य सहायक संबंधित ग्राम पंचायत में कोरोना एवं उसके संक्रमण के बारे में घर-घर सर्वे कर आमजन को जागरूक करेंगे। सर्वे के दौरान चिन्हित मरीजों को दवा वितरण तथा संक्रमण की रोकथाम के लिए कार्य करेंगे। इन नियोजित कन्सलटेन्टों एवं सहायकों का कोरोना के संबंध में ओरियन्टेशन किया जाएगा। कोविड हैल्थ कन्सलटेन्ट का मासिक मानदेय 39300 रूपये एवं कोविड स्वास्थ्य सहायक का मासिक मानदेय 7900 रूपये निर्धारित किया गया है।

यह होगी नियोजन प्रक्रिया

     उन्होंने बताया कि कोविड हैल्थ कन्सलटेन्ट एवं कोविड स्वास्थ्य सहायकों के पदों पर नियोजन के लिए स्थानीय समाचार पत्रों में 5 दिवस की संक्षिप्त विज्ञप्ति जारी की जाएगी। चयन के लिए स्थानीय अभ्यर्थियों को वरीयता दी जाएगी। कोविड हैल्थ कन्सलटेन्ट के लिए पीजी (एमडी) मेडिसिन एवं एनेस्थिसिया वाले अभ्यर्थी को सर्वप्रथम नियोजित किया जाएगा। इसके पश्चात स्थानीय आशार्थियों में से एमबीबीएस के प्राप्तांक के आधार पर मेरिट बनाकर चयन सूची जारी की जाएगी। स्थानीय आशार्थी उपलब्ध नहीं होने पर अन्य जिलों के व्यक्तियों को नियुक्त किया जा सकेगा।

     उन्होंने बताया कि कोविड स्वास्थ्य सहायक के नियोजन के लिए स्थानीय अभ्यर्थियों को शैक्षणिक योग्यता के प्रतिशत एवं तकनीकी योग्यता के प्रतिशत के आधार पर मेरिट बनाकर चयन किया जाएगा। स्थानीय आशार्थी के उपलब्ध नहीं होने पर अन्य जिलों के आशार्थियों को मेरिट के अनुसार नियोजित किया जाएगा। 

चयन कमेटी में ये होंगे शामिल

     उन्होंने बताया कि कोविड हैल्थ कन्सलटेन्ट एवं कोविड स्वास्थ्य सहायकों के नियोजन के लिए जिला स्तर पर कमेटी का गठन किया गया है। इस कमेटी के अध्यक्ष जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री गौरव सैनी होंगे। कमेटी के सदस्य सचिव मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. के.के. सोनी तथा सदस्य उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रामस्वरूप किराडिया होंगे।

एक माह में 1126 भर्ती कोविड मरीज हुए स्वस्थ

128 बैड बुधवार को हुए खाली

     अजमेर, 19 मई। कोरोना महामारी के विरूद्ध संघर्ष में जिला मुख्यालय पर स्थित कोविड उपचार केन्द्रों से गत एक माह में 1126 भर्ती मरीज कोरोना को मात देकर स्वस्थ्य होकर घर लौटे। बुधवार को जिला मुख्यालय पर कोरोना मरीजों के 128 बैड खाली हुए।

     जेएलएन चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. अनिल जैन ने बताया कि कोरोना महामारी को हराने के लिए किए जा रहे प्रयासों के परिणाम सामने आने लगे हैं। गत एक माह में जिला मुख्यालय स्थित कोरोना उपचार केन्द्रों में भर्ती मरीजों में से 1126 मरीजों ने कोरोना को मात दी। ये कोरोना मरीज उपचार के पश्चात स्वस्थ होकर अपने घर लौटे है। मंगलवार को जेएलएन चिकित्सालय से 40, राजकीय सैटेलाईट चिकित्सालय से 5 तथा कोविड डेडीकेटेड चिकित्सालय पंचशील से 4 मरीज स्वस्थ होने पर घर भेजे गए हैं।

     उन्होंने बताया कि संसाधनों में वृद्धि तथा गम्भीर कोरोना मरीजों की संख्या में कमी के कारण बुधवार शाम तक चिकित्सालयों में 128 बैड खाली हुए। जेएलएन चिकित्सालय में 92, राजकीय सैटेलाईट चिकित्सालय में 18 तथा कोविड डेडीकेटेड चिकित्सालय पंचशील में 18 बैड कोरोना मरीजों को भर्ती करने के लिए तैयार है।

     उन्होंने बताया कि ब्लैक फंगस (म्यूकर माइकोसिस) के उपचार के लिए जेएलएन चिकित्सालय में एक कमेटी का गठन किया गया है। यह कमेटी ब्लैक फंगस संक्रमित मरीजों की जांच एवं उपचार पर पूर्ण निगरानी रखेगी। इस कमेटी में नाक-कान-गला, मेडिसिन, सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, नेत्र रोग, माइक्रोबायोलोजी एवं बायोकेमेस्ट्री के विशेषज्ञ शामिल है। ब्लैक फंगस से संक्रमित मरीजों की भर्ती के लिए बर्न वार्ड को चिन्हित किया गया है। इस वार्ड में कमेटी द्वारा मरीजों की स्थिति पर पूर्ण निगरानी रखी जाएगी।

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