अजमेर स्मार्ट सिटी भी देगी कोरोना को मात

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एक हजार सिलेण्डर का स्थापित होगा ऑक्सीजन प्लांट

खरीदे जाएंगे 100 ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर

अजमेर, एक मई। कोरोना के विरूद्ध संघर्ष में अजमेर स्मार्ट सिटी ने भी अपनी कमर कस ली है। स्मार्ट सिटी के माध्यम से एक हजार ऑक्सीजन सिलेण्डर का प्लांट स्थापित करने के साथ ही 100 ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर खरीदे जाएंगे।

     जिला कलक्टर श्री प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि अजमेर स्मार्ट सिटी परियोजना के माध्यम से कोरोना मरीजों को उपचार की सुविधा एवं संसाधन उपलब्ध करवाए जाएंगे। कोरोना मरीजों के लिए 100 ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर तथा एक हजार सिलेण्डर क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने के लिए स्वीकृति प्रदान की गई है। स्थापित होने वाला ऑक्सीजन प्लांट एक दिन में एक हजार ऑक्सीजन सिलेण्डर भरने में सक्षम होगा। इसके लिए आवश्यक वित्तीय संसाधन अजमेर स्मार्ट सिटी परियोजना से उपलब्ध करवाए जाएंगे।

     उन्होंने बताया कि इसी प्रकार 100 ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर भी खरीदने के लिए स्वीकृति प्रदान की गई है। इसके लिए 95 लाख का प्रावधान स्मार्ट सिटी परियोजना के द्वारा किया गया है। प्रत्येक ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर की क्षमता 10 लीटर प्रति मिनट होगी। ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर की खरीद एवं सप्लाई के लिए आवश्यक कार्यवाही मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा की जाएगी।

250 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर आएंगे रविवार को

कोरोना मरीजों को मिलेगी राहत

     अजमेर, एक मई। कोरोना मरीजों के लिए रविवार राहत लेकर आएगा। इस दिन 250 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अजमेर पहुंचेंगे।

     जेएलएन चिकित्सालय के कार्यवाहक अधीक्षक डॉ. नीरज गुप्ता ने बताया कि कोरोना मरीजों को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए सरकार द्वारा 250 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर उपलब्ध करवाए गए है। ये ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर रविवार को अजमेर पहुंचेंगे। इनके पहुंचने पर अस्पताल प्रशासन अतिरिक्त ऑक्सीजन बैड उपलब्ध करवा पाएगा। इससे कम ऑक्सीजन लेवल वाले एवं गंभीर मरीजों को भर्ती कर समुचित उपचार प्रदान किया जा सकेगा।

जेएलएन चिकित्सालय में 66 नए मरीजों को किया गया भर्ती

     अजमेर, एक मई। संभाग के सबसे बड़े अस्पताल जेएलएन चिकित्सालय में शनिवर प्रातः 8 बजे तक की रिर्पोटिंग अनुसार 24 घंटों के दौरान 66 तथा शनिवार को दिन में 45 नए मरीजों को भर्ती किया गया।

     जेएलएन चिकित्सालय के कार्यवाहक अधीक्षक डॉ. नीरज गुप्ता ने बताया कि चिकित्सालय में कोरोना मरीजों को पूर्ण उपचार उपलब्ध करवाया जा रहा है। शनिवार प्रातः 8 बजे तक 24 घंटों के दौरान 66 नए मरीजों को भर्ती किया गया। इस दौरान 56 व्यक्ति डिस्चार्ज हुए। कोरोना ओपीडी में इन्फल्यूनजा लाइक बीमारी के 137 मरीजों को देखा गया। शनिवार को प्रातः 8 बजे से सायं तक 45 नए मरीजों को भी चिकित्सालय में भर्ती किया गया। चिकित्सालय में वर्तमान में 525 बैड कोरोना मरीजों के लिए है। चिकित्सालय में 539 मरीजों को भर्ती कर रखा है। इनमें से 227 कोरोना पोजीटिव है। वर्तमान में 10 मरीज वेंटीलेटर पर, 110 मरीज बाइपेप मशीन पर, 261 मरीज ऑक्सीजन पर तथा 155  मरीज एनआरबीएम मास्क पर उपचारत्त है।

     उन्होंने बताया कि कोरोना मरीजों के लिए राजकीय सैटेलाईट चिकित्सालय आदर्श नगर में तथा शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पंचशील में कोविड डेडीकेटेड चिकित्सालय आरम्भ किए गए हैै। राजकीय सैटेलाईट चिकित्सालय में 257 आइएलआइ लक्षणों वाले मरीजों का उपचार किया गया। इनमें से 35 गंभीर मरीज भर्ती है तथा 3 मरीजों को जेएलएन चिकित्सालय में रैफर किया गया है। सैटेलाईट चिकित्सालय में आरटीपीसीआर टेस्ट की सुविधा भी उपलब्ध है। जांच केन्द्र पर 457 व्यक्तियों ने अपने सैम्पल प्रदान किए। शहरी सीएचसी पंचशील नगर में कोविड ओपीडी आरम्भ की गई है। यहां 40 कोरोना मरीजों का उपचार किया गया। स्वास्थ्य केन्द्र में शीघ्र ही भर्ती की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी।

घर-घर सर्वे अभियान

शनिवार को 70 हजार से अधिक घरों का हुआ सर्वे

हजार बीमार व्यक्तियों को किया चिन्हित

     अजमेर, एक मई। घर-घर सर्वे अभियान के अंतर्गत जिले में 70324 घरों का सर्वे कर 4 हजार से अधिक बीमार व्यक्तियों का चिन्हीकरण किया गया। पुष्कर उपखण्ड क्षेत्र में सर्वे का कार्य शुक्रवार को पूर्ण हो गया।

     जिला कलक्टर श्री प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि जिले में शनिवार को 70324 घरों का सर्वे किया गया। इनमें 3678 घरों में बुखार, जुकाम एवं खांसी के 4007 मरीज पाए गए। इन्हें 3825 मेडिकल किट मौके पर ही उपलब्ध करवाए गए। अजमेर शहर में 31950 घरों का सर्वे हुआ। यहां 1598 घरों में 1614 मरीज पाए गए। उन्हें 1548 मेडिकल किट दिए गए।

     उन्होंने बताया कि जिले के पुष्कर उपखण्ड क्षेत्र में शुक्रवार को घर-घर सर्वे का कार्य पूर्ण हो चुका है। शनिवार को उपखण्ड क्षेत्र भिनाय में 4787 घरों का सर्वे किया गया। यहां 197 घरों में 232 व्यक्ति बुखार, जुकाम एवं खांसी से पीडित पाए गए। समस्त व्यक्तियों को मेडिकल किट उपलब्ध करवाया गया। रूपनगढ क्षेत्र में 1843 घरों का सर्वे हुआ। यहां 57 घरों में पाए गए 94 मरीजों में से 62 को मेडिकल किट दिया गया। टॉटगढ में 7957 घरों के सर्वे के दौरान 472 घरों में 489 मरीज मिले। इनमें से 422 व्यक्तियों को मेडिकल किट दिया गया। सरवाड़ उपखण्ड  क्षेत्र में 2245 घरों के सर्वे में 182 मरीज पाए गए। सभी व्यक्तियों को मेडिकल किट देकर उपचार आरम्भ किया गया। पीसांगन में 800 घरों का सर्वे हुआ यहां 145 घरों के 156 मरीजों को मेडिकल किट प्रदान किया गया।

     उन्होंने बताया कि ब्यावर उपखण्ड क्षेत्र में 8016 घरों का सर्वे किया गया। यहां 480 घरों में 527 मरीज पाए गए। इन्हें मेडिकल किट मौके पर ही दिया गया। किशनगढ उपखण्ड क्षेत्र में 5918 घरों के सर्वे में 214 घरों में 304 मरीज पाए गए। इनमें से 281 को मेडिकल किट दिया गया। केकड़ी क्षेत्र में 6608 घरों के सर्वे में 344 घरों में 409 मरीजों को मेडिकल दिए गए।

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