रियां बडी की सीता देवी का हुआ निःशुल्क उपचार।
अजमेर, 19 जनवरी। जिला कलक्टर अंश दीप ने बुधवार को जेएलएन चिकित्सालय का अवलोकन कर व्यवस्थाओं की जानकारी ली।
जिला कलक्टर अंश दीप ने जेएलएन मेडिकल कॉलेज के प्रींसीपल डॉ. बीर बहादुर सिंह के साथ जेएनएन चिकित्सालय का अवलोकन किया। उन्होंने चिकित्सालय में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। मरीजों के उपचार के लिए अपनाई जाने वाली प्रक्रिया को समझा। उन्होंने चिकित्सालय के विभिन्न वार्डों का अवलोकन कर आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए। साथ ही विकास कार्यों की समीक्षा की।
उन्होंने आपातकालीन चिकित्सा ईकाई का अवलोकन किया। यहां इमरजेन्सी की दशा में आने वाले मरीजों के उपचार की व्यवस्था को देखा। नई सीटी स्कैन मशीन तथा नए मेडिकल आईसीयू यूनिट का अवलोकन किया। आईसीयू में मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी ली। चिकित्सालय में कार्यरत एमआरआई तथा कोविड वार्ड के बारे में भी जाना। चिकित्सालय में मेडिकल ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता हर समय सुनिश्ििचत करने के लिए निर्देशित किया गया। स्मार्ट सिटी तथा अन्य एजेन्सियों के माध्यम से करवाए जा रहे विकास कार्यों की समीक्षा की। इन कार्यों को निर्धारित समयावधि में पूर्ण करवाने के लिए कहा। इन कार्यों की गति बढ़ाने के लिए कार्यकारी संस्था से निरंतर सम्पर्क में रहने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर कार्यवाहक अधीक्षक डॉ. श्याम भूतड़ा, डॉ. नीरज गुप्ता, नर्सिंग अधीक्षक सरोज कुमारी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना
रियां बडी की सीता देवी का हुआ निःशुल्क उपचार
अजमेर, 19 जनवरी। क्षेत्रपाल हॉस्पिटल पंचशील नगर में सीता देवी की हृदय की एंजीयोप्लास्टी मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत निःशुल्क की गई।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. के.के. सोनी ने बताया कि रियांबडी, नागौर निवासी सीता देवी (55 वर्ष) को 5 जनवरी को क्षेत्रपाल हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। मरीज के हृदय में तीन जगहों पर रूकावटें थी। इनमेंंं तीन स्टेंट लगाकर एंजीयोप्लास्टी की गई। किसी मरीज के तीन स्टेंट लगाने का खर्च सामान्यतः डेढ लाख रूपये के लगभग आता है। सीता देवी का परिवार राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना से लाभार्थी था। इनका इलाज मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत निःशुल्क किया गया। मरीज एंजीयोप्लास्टी के पश्चात पूर्ण रूप से स्वस्थ है एवं इन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। मरीज की एंजीयोप्लास्टी डॉ. आनन्द अग्रवाल द्वारा की गई। मरीज के ईलाज में चिंरजीवी मित्र कशिक कच्छावा, प्रदीप पुरोहित एवं निर्भय शेखावत का योगदान रहा।