नाबार्ड के अध्यक्ष डॉं. चिंतला ने किया मोबाईल एटीएम वैन का लोकार्पण

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201 करोड़ के ऋण किए वितरित

बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक बनेगा नई पीढ़ी का बैंक-डॉ. चिंतला

अजमेर, 28 सितम्बर। राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के अध्यक्ष डॉ. जी.आर. चिंतला ने मंगलवार को किशनगढ़ में बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक द्वारा आयोजित कार्यक्रम में 201 करोड़ के ऋण वितरित किए एवं 6 नए मोबाईल एटीएम (मुद्रा रथ) का लोकार्पण किया।

     नाबार्ड अध्यक्ष डॉ. जी. आर. चिंतला ने कहा कि बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक भविष्य में नए पीढ़ी का बैंक बनेगा। बैंक द्वारा नवीनतम तकनीक का उपयोग करके ग्राहकों को बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। इससे अन्य बैंकों के ग्राहक भी इस बैंक की सेवाएं लेने के लिए तत्पर रहेंगे। बैंक द्वारा कोरोनाकाल में बेहतरीन कार्य किया गया है। कोरोना का प्रभाव कम होने से अर्थव्यवस्था पुनः गति पकड़ने लगी है। अगले वित्तीय वर्ष के दौरान बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय बैंक की बैलेंस सीट में उत्तम प्रदर्शन रहेगा।

     उन्होंने कहा कि 2022 तक किसानों की आय दुगुनी करने के लिए ग्रामीण बैंकों द्वारा किए जा रहे प्रयास अपना प्रभाव दिखाने लेगेंगे। साथ ही आगामी वर्ष मे किसानों और महिला सशक्तिकरण के लिए विशेष कार्य किए जाने का आव्हान किया। फूड प्रोड्यूसर ऑर्गनाईजेशन (एफपीओ) के माध्यम से सरकार किसानों को एक अम्ब्रेला के नीचे लाकर किसानों का आर्थिक उन्नयन करने के लिए कार्य कर रही है। आने वाले समय में भारत में लगभग 20 हजार एफपीओ होंगे। एफपीओ का मुनाफा किसानों में वितरीत होने का प्रावधान है। इससे प्रत्येक क्षेत्र के किसानों को लाभ मिलेगा।

     डॉ. चिंतला ने ग्रामीण विकास में नाबार्ड और ग्रामीण बैंकों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया और बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक द्वारा बैंक के सेवा क्षेत्र मे किए जा रहे नवाचारों की सराहना की। वित्तीय समावेशन और वित्तीय साक्षरता की महता पर प्रकाश डालते हुए डिजिटल संसाधनों का समुचित उपयोग कर सुदूर क्षेत्रों मे बैंकिंग सुविधाएं पहुंचाने की आवश्यकता पर जोर दिया।

     नेब किसान की प्रबन्ध निदेशक सुशीला चिंतला ने कार्यक्रम में किसानों के जीवन स्तर में सुधार के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया। स्टाफ एवं प्रबंधन के सम्मिलित प्रयासों से बडौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक को नई ऊंचाई मिली है। नेब किसान एफपीओ के माध्यम से किसानों के सशक्तिकरण का कार्य कर रही है। वर्तमान में स्वंय सहायतों के माध्यम से महिलाओं का सशक्तिकरण करने का प्रयास किया जा रहा है। भविष्य में एफपीओ किसानों के सशक्तिकरण का माध्यम बनेंगे।

     बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के अध्यक्ष आर.सी. गग्गड ने बैंक की व्यावसायिक उपलब्धियों के साथ ग्रामीण विकास, ग्राहक सेवा व व्यवसाय विस्तार के लिए किए जा रहे नवाचारों के बारे में जानकारी दी। कोरोनाकाल में घर तक एटीएम पहुंचाने का कार्य बैंक द्वारा किया गया। डिजटल लेनदेन को बढावा देने के लिए बैंक द्वारा 6 मोबाईल एटीएम पहले से उपयोग में लिए जा रहे है। नए 6 मोबाईल एटीएम का शुभारम्भ होने से इस दिशा में तेजी से आगे बढा जाएगा।

     नाबार्ड क्षेत्रीय कार्यालय जयपुर के मुख्य महाप्रबंधक जयदीप ने नाबार्ड द्वारा राजस्थान में चलाई जा रही विभिन्न परियोजनाओं और ग्रामीण विकास एवं महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में नाबार्ड के प्रयासों के संबंध में जानकारी दी। बैंक के ग्राहक मजबूत होने पर बैंक स्वतः ही मजबूत हो जाएगी। भारत में डिजटल बैंकिंग का भविष्य उज्ज्वल है।

     बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक द्वारा किशनगढ में विशाल ऋण वितरण एवं मुद्रा रथ लोकार्पण समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न श्रेणियों केसीसी, जेएलजी, एसएचजी, एमएसएमई, खुदरा ऋण के अंतर्गत 7776 खातों में 201 करोड़ रूपए के ऋणों का वितरण किया गया। सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सुविधा उपलब्ध कराने और वित्तीय समावेशन को घर-घर पहुंचाने के उद्देश्य से नाबार्ड के सहयोग से बैंक को प्राप्त 6 नए मुद्रा रथो (मोबाइल एटीएम वेन) का लोकार्पण करते हुए उन्हें हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। ये मुद्रा रथ एटीएम, ऑडियो-वीडियो जैसे संसाधनयुक्त है।

      नाबार्ड अध्यक्ष द्वारा बैंक द्वारा वित्तपोषित स्वयं सहायता समूह की सदस्यों द्वारा लगाई गई स्टॉल का अवलोकन किया गया। समूह सदस्यों से बैंक द्वारा दिये जा रहे सहयोग एवं कार्य के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की। कार्यक्रम में बीआरकेजीबी और नाबार्ड द्वारा 14 विभिन्न उत्पादों की स्टॉल लगाई गई जिनका उत्पादन बैंक या नाबार्ड द्वारा वित्तपोषित स्वयं समूह की सदस्यों द्वारा किया जा रहा है।

एफपीओ को किया स्वीकृति पत्र जारी

     नाबार्ड अध्यक्ष डॉ. चिंतला ने फूड प्रोसिजर ऑर्गेनाइजेशन (एफपीओ) पुष्कर रूरल एग्रीकल्चर यूथ एण्ड एम्पलॉयमेंन्ट फार्मर प्रोड्यूसर कम्पनी को स्वीकृति पत्र जारी किया। देवनगर के इस एफपीओ के द्वारा क्षेत्र के किसानों से प्राप्त कृषि उत्पादों से विभिन्न खाद्य पदार्थ बनाए जाते हैं। इनकी सीधे ग्राहक को मार्केटिंग करके किसानों को आर्थिक रूप से सुदृढ किया जा रहा है।

     इस अवसर पर नाबार्ड के महाप्रबंधक श्री पुष्पांश पांडे एवं वी.के. त्रिपाठी, उप महाप्रबंधक मंजू खुराना एवं इंदू राठौरिया, बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के महाप्रबंधक योगेश माथुर, रवि गोयल, एन.एम. डांगी, अग्रणी जिला प्रबंधक जे.पी. मीणा सहित अधिकारी, कार्मिक एवं स्वंय सहायता समूहों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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