Rajasthan जयपुर: देशभर में कम उम्र के बच्चों और युवाओं में हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों ने चिंता बढ़ा दी है। राजस्थान के कोटपूतली क्षेत्र में एक 13 वर्षीय बच्चे की अचानक दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। बिना किसी पूर्व बीमारी के हुई इस दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया है।
खेलते-खेलते अचानक गिरा, अस्पताल पहुंचने से पहले तोड़ा दम
यह घटना गुरुवार (6 मार्च) शाम करीब 4 बजे ग्राम रामसिंहपुरा में हुई। 13 वर्षीय जॉनी अपने दोस्तों के साथ गांव के राजकीय स्कूल के मैदान में खेलने गया था। स्कूल का गेट बंद था, इसलिए बच्चे सात-आठ फीट ऊंची दीवार फांदकर अंदर पहुंचे। खेल खत्म होने के बाद जब जॉनी वापस लौट रहा था, तो हंसी-मजाक करते हुए अचानक जमीन पर गिर पड़ा।
बचाने की कोशिश नाकाम, अस्पताल में मृत घोषित
साथी बच्चों ने शोर मचाकर आसपास के लोगों को बुलाया, जिन्होंने तुरंत उसे बाइक से कोटपूतली के राजकीय बिडिएम अस्पताल पहुंचाया। लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मौत की वजह हार्ट फेलियर?
डॉक्टरों ने अभी मौत के सही कारणों की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। हालांकि, बच्चे के शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं थे, जिससे यह अंदेशा जताया जा रहा है कि उसकी मौत हार्ट फेल होने के कारण हुई।
परिवार और गांव में शोक की लहर
बच्चे की अचानक हुई इस दुखद मौत से परिवार और पूरे गांव में शोक और स्तब्धता का माहौल है। लोगों में कम उम्र में हार्ट अटैक आने के कारणों को लेकर चिंता बढ़ गई है।
क्या बच्चों में बढ़ रहा है हार्ट अटैक का खतरा?
हाल के दिनों में कई युवा और किशोरों में अचानक दिल का दौरा पड़ने की घटनाएं सामने आ रही हैं। विशेषज्ञ इसे अनियमित जीवनशैली, बढ़ते तनाव और खानपान में बदलाव से जोड़ रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि बच्चों में हार्ट संबंधी बीमारियों को लेकर जागरूकता और नियमित हेल्थ चेकअप बेहद जरूरी हो गया है।
– क्या बच्चों और युवाओं में बढ़ते हार्ट अटैक पर ज्यादा रिसर्च की जरूरत है?
– क्या यह बदलती जीवनशैली का असर है?
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