हरदा क्राइम न्यूज दो साल की बच्ची का शव मिला मध्य प्रदेश के हरदा जिले में एक बेहद दुखद और चौंकाने वाली घटना सामने आई है। भंवर तालाब क्षेत्र के जंगल में एक दो साल की बच्ची का शव मिला है, जबकि उसकी पांच साल की बड़ी बहन गंभीर रूप से घायल अवस्था में पाई गई है। दोनों बच्चियां अपने पिता के साथ डॉक्टर के पास जाने के लिए निकली थीं, लेकिन अब पिता को इस घटना का मुख्य आरोपी माना जा रहा है, और पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
घटना का विवरण: यह घटना बुधवार शाम को तब सामने आई जब बच्चियों के चाचा ने उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। बच्चियों का पिता, प्रदीप कुल्हारे, मंगलवार को उन्हें लेकर घर से निकला था। जब बच्चियां वापस नहीं लौटीं, तो चाचा प्रवीण ने थाने में गुमशुदगी की शिकायत की। वापस लौटते समय उसे अपने भाई की बाइक भंवर तालाब के पास खड़ी दिखाई दी। जब वह पास पहुंचा, तो उसे छोटी बेटी श्रेया का शव मिला, और उसकी बड़ी बहन सहस्त्रा अचेत अवस्था में पड़ी थी।
चोटों के निशान: दोनों बच्चियों के गले और शरीर पर गंभीर चोटों के निशान थे। जांच में पता चला कि सहस्त्रा के सिर पर हथौड़ी से वार किया गया है। अस्पताल में भर्ती करने के बाद सहस्त्रा की गंभीर हालत को देखते हुए उसे भोपाल रेफर कर दिया गया है। स्थानीय पुलिस ने घटनास्थल से एक हथौड़ी भी बरामद की है, जिससे यह आशंका जताई जा रही है कि प्रदीप ने बच्चियों पर हमला किया।
पिता पर हत्या का संदेह: पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि प्रदीप अपनी पत्नी के चरित्र पर शक करता था। इसी कारण उसने अपनी बेटियों पर वार किया, जिसमें छोटी बेटी श्रेया की मौत हो गई और बड़ी बेटी सहस्त्रा गंभीर रूप से घायल हो गई। पुलिस की टीम आरोपी पिता की तलाश में जुटी हुई है, और उसे जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है।
समुदाय में हड़कंप: इस घटना ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है। बच्चियों के साथ हुई इस क्रूरता ने सभी को दहशत में डाल दिया है। स्थानीय लोग और पुलिस इस मामले की गंभीरता को लेकर चिंतित हैं और आरोपी को न्याय के कटघरे में लाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
पुलिस कार्रवाई: हरदा एएसपी आरडी प्रजापति ने बताया कि प्रदीप मिस्त्री का काम करता था और अपनी पत्नी के चरित्र पर शक करता था। वह दोनों बेटियों को लेकर घर से निकला, लेकिन वापस नहीं लौटा। अब पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है और आरोपी को पकड़ने के लिए छापे मारे जा रहे हैं।
यह मामला न केवल एक परिवार की दास्तान है, बल्कि समाज में बढ़ती हिंसा और पारिवारिक विवादों की गंभीरता को भी उजागर करता है।