शेयर बाजार में उछाल: MPC के फैसलों के बाद सेंसेक्स ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) द्वारा रेपो दर को 6.5% पर स्थिर रखने के फैसले के बाद जबरदस्त उछाल दर्ज किया। इस घोषणा के बाद बाजार में निवेशकों का भरोसा बढ़ा, जिससे बीएसई सेंसेक्स में 615.13 अंकों (0.75%) की तेज़ी आई और यह 82,249.94 अंकों तक पहुंच गया। वहीं, एनएसई निफ्टी भी 197.80 अंकों (0.79%) की बढ़त के साथ 25,052.80 पर कारोबार करता दिखा, जिससे यह रिकॉर्ड स्तर को छूने के करीब पहुंच गया।
बाजार की प्रमुख हाइलाइट्स:
- सेंसेक्स में उछाल: बीएसई के 30 प्रमुख शेयरों में से कई कंपनियों ने शानदार प्रदर्शन किया। टाटा मोटर्स, टेक महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, मारुति सुजुकी इंडिया, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, भारतीय स्टेट बैंक, भारती एयरटेल, एशियन पेंट्स, और एक्सिस बैंक के शेयरों में बड़ी तेजी देखी गई। ये कंपनियां विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणी हैं और निवेशकों का भरोसा इन पर कायम है।
- निफ्टी की उछाल: निफ्टी के प्रमुख 50 कंपनियों के शेयरों में उछाल दर्ज किया गया। यह उछाल आरबीआई द्वारा रेपो दर को स्थिर रखने की घोषणा के बाद निवेशकों की सकारात्मक प्रतिक्रिया का नतीजा है।
- बिकवाली का दबाव: हालांकि बाजार के कुछ बड़े नाम जैसे आईटीसी, नेस्ले इंडिया, एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, और जेएसडब्ल्यू स्टील के शेयरों में बिकवाली का दबाव दिखा। इन कंपनियों के शेयरों में गिरावट के पीछे निवेशकों द्वारा मुनाफावसूली की संभावना हो सकती है।
- वैश्विक बाजार का प्रभाव: एशियाई बाजारों में मिश्रित संकेत देखने को मिले। दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, हांगकांग का हैंगसेंग और चीन का शंघाई कम्पोजिट लाल निशान में बंद हुए, जबकि जापान का निक्की 225 में तेजी देखी गई। इस बीच, अमेरिकी शेयर बाजार मंगलवार को गिरावट के साथ बंद हुआ, जिसने भारतीय निवेशकों पर सीमित प्रभाव डाला।
- कच्चे तेल के भाव: वैश्विक तेल बाजार में हलचल जारी रही, और कच्चे तेल का वैश्विक सूचकांक ब्रेंट क्रूड 0.32 प्रतिशत बढ़कर 77.43 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। तेल की कीमतों में बढ़ोतरी का असर भारतीय शेयर बाजार पर भी देखा जा सकता है, क्योंकि यह भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण कारक है।
- विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) और घरेलू संस्थागत निवेशक (DII): बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, मंगलवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 5,729.60 करोड़ रुपये के शेयरों की बिकवाली की। इसके विपरीत, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 7,000.68 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। डीआईआई की मजबूत खरीददारी ने बाजार को समर्थन दिया और इसे स्थिर रखा।
RBI के फैसलों का बाजार पर प्रभाव:
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने मुद्रास्फीति को नियंत्रित रखने के उद्देश्य से रेपो दर को 6.5% पर स्थिर रखने का फैसला लिया। इस फैसले ने बाजार में सकारात्मक संकेत दिए, जिससे सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में उछाल दर्ज किया गया। रेपो दर में बदलाव न होने से निवेशकों ने यह विश्वास किया कि भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिरता और विकास दर को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
शेयर बाजार में उछाल: MPC के फैसलों के बाद सेंसेक्स आगे की संभावनाएं:
वर्तमान परिदृश्य में, भारतीय शेयर बाजार अपनी नई ऊंचाईयों की ओर बढ़ रहा है। कंपनियों के तिमाही नतीजों, वैश्विक आर्थिक स्थितियों, और विदेशी निवेशकों के रुझान पर आधारित, आने वाले दिनों में बाजार की दिशा तय होगी। घरेलू निवेशकों की मजबूत भागीदारी से भारतीय बाजार को समर्थन मिलता दिख रहा है, जबकि वैश्विक घटनाक्रम, जैसे तेल की कीमतें और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतियों, पर भी नजर रखनी होगी।
शेयर बाजार के लिए मौजूदा स्थिति उत्साहजनक है, लेकिन निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है। किसी भी अनिश्चितता से निपटने के लिए एक संतुलित पोर्टफोलियो का होना जरूरी है।