विमेंस टीम इंडिया का वर्ल्ड कप सफर: एक नजर में विमेंस क्रिकेट का 9वां टी-20 वर्ल्ड कप हाल ही में शुरू हुआ है, जिसमें भारतीय टीम अपना अभियान आज से न्यूजीलैंड के खिलाफ शुरू करेगी। भारत ने अब तक 18 वर्ल्ड कप में हिस्सा लिया है, जिसमें 10 वनडे और 8 टी-20 वर्ल्ड कप शामिल हैं। हालांकि, टीम को अब तक कोई खिताब नहीं मिला है। आइए जानते हैं भारत के विमेंस क्रिकेट के सफर के बारे में 10 महत्वपूर्ण बिंदुओं में:
- पहला वर्ल्ड कप और विमेंस क्रिकेट एसोसिएशन का गठन
1973 में इंग्लैंड में पहले वर्ल्ड कप का आयोजन हुआ, लेकिन तब भारत ने अपनी टीम नहीं भेजी। इसके बाद 1976 में विमेंस क्रिकेट एसोसिएशन का गठन हुआ और 1978 में भारत ने अपना पहला वनडे मैच इंग्लैंड के खिलाफ खेला। - मिताली-झूलन का योगदान
मिताली राज और झूलन गोस्वामी के डेब्यू से भारत की टीम मजबूत हुई। मिताली ने 1999 में 16 साल की उम्र में डेब्यू किया, जबकि झूलन ने 2002 में। इन दोनों ने भारतीय क्रिकेट को नई दिशा दी। - 2017 का वनडे वर्ल्ड कप
2017 में भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ फाइनल में जगह बनाई, जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा। हरमनप्रीत कौर की 171 रन की पारी ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराने में मदद की। - टी-20 वर्ल्ड कप की शुरुआत
2009 में टी-20 वर्ल्ड कप की शुरुआत हुई, जिसमें भारत ने शुरुआती दो इवेंट के सेमीफाइनल में जगह बनाई, लेकिन हार का सामना किया। - ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगातार हार
भारत ने 1978 से 2023 तक 18 वर्ल्ड कप में हिस्सा लिया और 9 बार नॉकआउट स्टेज में पहुंचा, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने उन्हें 5 बार हराया। - 7 वर्षों में 5 नॉकआउट मैच गंवाए
2017 से भारत ने 7 टूर्नामेंट में हिस्सा लिया, जिनमें से 6 में नॉकआउट स्टेज में पहुंचे, लेकिन 5 में हार का सामना करना पड़ा। - एशिया कप में सफलता
भारत ने एशिया कप में 9 में से 7 खिताब जीते हैं, जिसमें वनडे और टी-20 दोनों शामिल हैं। - खिताब जीतने के लिए ऑस्ट्रेलिया को हराना होगा
अगर भारत को वर्ल्ड कप जीतना है, तो उन्हें ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड को हराना होगा, जो सबसे सफल टीमें हैं। - युवा टीम का अनुभव
WPL ने भारत को युवा खिलाड़ियों को अनुभव दिलाने का मौका दिया, जिससे टीम को अपनी मजबूती में सुधार करने का मौका मिला। - चुनौतियाँ और उम्मीदें
भारत की टीम इस बार ग्रुप ऑफ डेथ में है, जिसमें ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान और श्रीलंका शामिल हैं। इस चुनौतीपूर्ण ग्रुप से निकलकर चैंपियन बनने की राह आसान नहीं होगी, लेकिन युवा प्रतिभा और अनुभव से भरी टीम के साथ उनकी उम्मीदें जीवित हैं।
विमेंस टी-20 वर्ल्ड कप के इस सफर में टीम इंडिया का प्रदर्शन और आगे की राह उनके खेल के प्रति समर्पण और मेहनत का प्रमाण है।