रेलवे अस्पताल अजमेर में आज यांत्रिक विभाग में खलासी के पद पर कार्यरत एक 29 वर्षीय पुरुष रोगी का ऑपरेशन किया गया। उन्हें पिछले 1 साल से बाएं घुटने के जोड़ में दर्द के साथ चलने में दिक्कत हो रही थी। उन्होंने अहमदाबाद के कई बड़े अस्पतालों में परामर्श लिया जहां बहुत महंगा इलाज (लगभग 3 लाख रुपये ) की जानकारी दी गई। फिर वे मंडल रेलवे अस्पताल अजमेर में हड्डी रोग विभाग में आए, जहां उनकी जांच की गई और घुटने के जोड़ का एमआरआई करने पर ज्ञात हुआ कि बाएं घुटने के जोड़ में शरीर का भार वहन की समस्या है और ऑस्ट्रोचोंदृटिस डेसीकेन के कारण कार्टिलेज डेमेज थी। रेलवे अस्पताल के ऑर्थोपेडिक्स ऑपरेशन थियेटर में ऑटोलॉगस ओस्टियोचोन्ड्रल ( osteochondral transplant) ग्राफ्ट ट्रांसप्लांट सर्जरी सफलतापूर्वक की गई , जिससे रोगी के भार वहन करने वाले उपास्थि के दोष पूर्ण हिस्से को प्रत्यारोपित किया गया।
इस प्रकार का कार्टिलेज प्रत्यारोपण अजमेर में पहली बार रेलवे अस्पताल में किया गया है।इस जटिल ऑपरेशन में चिकित्सा अधिकारी डॉ राजकुमार मीणा के द्वारा डॉ प्रिया गर्ग और मैट्रन संगीता और मैट्रन डीएस मीणा सहित अन्य ऑपरेशन थियेटर स्टॉफ का योगदान के फलस्वरूप संभव हुआ ।
मंडल रेल प्रबंधक श्री नवीन कुमार परसुरामका के मार्गदर्शन और प्रेरणा तथा मुख्य चिकित्सा निदेशक श्री पी सी मीना के निर्देशन में रेलवे अस्पताल में मरीजों के स्वास्थ्य हेतु लगातार किये जा रहे प्रयासों के अंतर्गत नई उपलब्धियां हासिल की का रही है ।