जेएलएन को मिले 24 नए ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर
अमेरिका में कार्यरत जेएलएन के पूर्व विद्यार्थियों ने भेजे है यह कन्सनट्रेटर
अस्पताल में लगेंगे 4 ऑक्सीजन प्लांट
वॉक इन इंटरव्यू से भरे जाएंगे अस्पताल के रिक्त पद
अस्पताल में भर्ती होने वालों का होगा ऑडिट, कमेटी गठित
अस्पताल का मेडिकल बुलेटिन भी हुआ जारी
अजमेर, 5 मई। कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने तथा मरीजों को लगातार बेहतर सुविधाएं देने के लिए राजकीय जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय ने युद्ध स्तर पर कार्य करना शुरू कर दिया है। अस्पताल को आज अमेरिका में कार्यरत पूर्व छात्रों की ओर से भेजे गए 24 नए ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर मिले। यह सभी मरीजों को उपलब्ध करवा दिए गए हैं। इसी तरह चिकित्सालय में ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए 4 नए ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। अस्पताल में चिकित्सकों के रिक्त पदों पर वॉक इन इंटरव्यू के माध्यम से भर्ती होगी। साथ ही यहां भर्ती होने वाले मरीजों का ऑडिट एक कमेटी के माध्यम से करवाया जाएगा।
जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय को आज अमेरिका में कार्यरत जेएलएन मेडिकल कॉलेज के पूर्व छात्रों की ओर से भेजे गए 24 नए ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर मिल गए। यह सभी उपकरण आते ही मरीजों को उपलब्ध करवा दिए गए हैं। चिकित्सकों ने सामान्य बेडों पर यह उपकरण लगाकर उन्हें ऑक्सीजन बेड में परिवर्तित कर दिया। इसके साथ ही चिकित्सालय को मिलने वाले 250 अन्य कन्सनट्रेटर प्राप्त करने की प्रक्रिया भी तेज कर दी गई है। चिकित्सालय की ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए 4 नए ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाएंगे। इनमें से 2 ऑक्सीजन प्लांट स्मार्ट सिटी योजना तथा 2 प्लांट राज्य सरकार द्वारा लगाए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज में रिक्त पदों को शीघ्र भरा जाएगा। इसके लिए कॉलेज प्रशासन को वॉक इन के आधार पर साक्षात्कार आयोजित करने के निर्देश दिए गए है। यह प्रक्रिया जल्द ही पूरा करने के निर्देश दिए है। इसी तरह जेएलएन, सैटेलाईट व जनाना अस्पताल में भी रिक्त पदों को कार्यकारी ऎजेन्सी के माध्यम से भरा जाएगा।
उन्होंने बताया कि मरीजों की सुविधा तथा पारदर्शिता के लिए अस्पताल में एक एडमिशन ऑडिट कमेटी बनाई गई है। यह कमेटी प्रत्येक दिन भर्ती मरीजों का ऑडिट करेगी। कमेटी में डॉ. सी.के. मीणा एवं डॉ. रमाकांत दीक्षित को शामिल किया गया है। इसके साथ ही फ्लोर पर लगे चिकित्सकों को निर्देश दिए गए है कि मरीजों को किसी तरह की असुविधा नहीं हो। यह सुनिश्चित किया जाए।
जिला कलक्टर ने कोविड वार्ड का निरीक्षण किया और मरीजों को ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर की उपयोगिता को जांचा। उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिए कि मरीजों के पास एक से ज्यादा रिश्तेदार नहीं रहे तथा चिकित्सा से जुड़े व्यक्ति के अतिरिक्त कोई भी ऑक्सीजन मशीन के साथ छेडछाड नहीं करे। वार्डों में लाउडस्पीकर के माध्यम से मरीज व परिजनों को जानकारी बार-बार दी जाए। साथ ही उन्हें प्रोनिंग व हल्के व्यायाम के बारे में भी बताया जाए।
चिकित्सालय ने जारी किया मेडिकल बुलेटिन
राजकीय जवाहर लाल नेहरू प्रशासन ने आज जेएलएन, सैटेलाईट व पंचशील अस्पतालों में कोरोना वार्ड से संबंधित बुलेटिन जारी किया। चिकित्सालय अधीक्षक डॉ. अनिल जैन ने बताया कि जेएलएन अस्पताल में 608 मरीज भर्ती है। पिछले 24 घंटे में 90 मरीजों को भर्ती किया गया है। जबकि 49 मरीज ठीक होकर घर के लिए डिस्चार्ज कर दिए गए। अस्पताल में 79 मरीज बाइपेप या वेंटीलेटर पर है।
इसी तरह सैटेलाईट अस्पताल में 37 मरीज भर्ती है। इनमें एक मरीज को जेएलएन ट्रांसफर किया गया है। आज यहां 3 मरीज डिस्चार्ज किए गए, 5 मरीजों को भर्ती किया गया। इसी तरह 397 मरीजों को ओपीडी में देखा गया एवं 577 व्यक्तियों की आरटीपीसीआर जांच की गई।
उन्होंने बताया कि पंचशील चिकित्सालय में कुल 25 मरीज भर्ती है। आज 19 मरीजों को भर्ती किया गया है। यहां 52 मरीजों को ओपीडी में देखा गया। जबकि 35 व्यक्तियों की आरटीपीसीआर की जांच की गई। उन्होंने बताया कि चिकित्सालय में रेमेडीसिवीर, डेक्सामिथासोन तथा अन्य महत्वपूर्ण दवाएं उपलब्ध हैं। इन्हें चिकित्सकीय सलाह के अनुसार काम में लिया जा रहा है।
आईसीएमआर की नई एडवाइजरी
कोरोना रोगियों को स्वस्थ होने पर पुनः टेस्ट की जरूरत नहीं
अजमेर, 5 मई। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने कोरोना सैम्पलिंग और उपचार के लिए नई एडवाइजरी जारी की है। अजमेर जिले में भी नई एडवाइजरी के अनुसार सैम्पलिंग और उपचार किया जाएगा।
जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि आईसीएमआर ने कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान सैंपलिंग एवं उपचार के लिए एडवाइजरी जारी की है। इसके तहत एक बार आरटीपीसीआर टेस्ट में पॉजीटिव पाए गए रोगियों के स्वस्थ होने पर पुनः टेस्ट करवाने की आवश्यकता नहीं है। जो आरटीपीसीआर पॉजीटिव रोगी अस्पताल में भर्ती हैं, उन्हें भी डिस्चार्ज से पूर्व पुनः टेस्ट करवाने की आवश्यकता नहीं है।
उन्होंने बताया कि नई एडवाइजरी के अनुसार कोविड-19 केसेज की वर्तमान स्थिति के दौरान जिन रोगियों में बुखार, खांसी के साथ, सिर दर्द, गले में खराश, सांस लेने में तकलीफ, बदन दर्द, स्वाद व खूशबु की क्षमता खोना, थकान व दस्त के लक्षण पाए गए उन सभी को कोविङ संदिग्ध रोगी माना जाएगा। जब तक की उनमें कोई अन्य रोग की पुष्टि ना हो।